नई दिल्ली। आटो गियर शिफ्ट टेक्नोलॉजी वाले एक लाख से अधिक वाहनों की बिक्री से उत्साहित मारुति सुजुकी इंडिया की योजना घरेलू बाजार में बिकने वाले और माडलों में यह तकनीक शामिल करने की है। मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) के कार्यकारी निदेशक सी वी रमन ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, कुल मिलाकर, इसका उद्देश्य टू-पैडल प्रौद्योगिकी का विस्तार करना है ताकि ग्राहकों के लिए वाहन चलाना आसान बनाया जा सके।
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एजीएस, सीवीटी व एटी जैसी टू-पैडल प्रौद्योगिकी की मदद से गियर को दस्ती रूप से बदलने की जरूरत समाप्त होती है। उन्होंने कहा, इस समय हमारे चार माडलों में एजीएस प्रौद्योगिकी है। हम एजीएस, सीवीटी व एटी जैसे टु पैडल प्रौद्योगिकी अन्य माडलों में भी लाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कंपनी ने अपने वाहनों में एजीएस प्रौद्योगिकी डेढ साल पहले पेश की थी। हमारी एकीकृत बिक्री में इनका हिस्सा एक लाख इकाइयों से अधिक हो गया है।
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मारुति ने फरवरी 2014 में सेलेरिया में एजीएस प्रौद्योगिकी पेश की। उसके बाद आल्टो के10, वैगनआर और स्टिंग्रे तथा डीजायर में भी यह प्रौद्योगिकी पेश की गयी। कंपनी ने बाद में अपनी कुछ महंगी कारों में कंटीनुअसली वैरिएबल ट्रांसमिशन और आटो मैटिक ट्रांसमिशन प्रौद्योगिकी भी पेश की।
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