नई दिल्ली। प्राइवेट सेक्टर के बड़े बैंक Yes Bank की मुश्किलें बढ़ सकती है। कैपिटल मार्केट रेग्युलेटर सेबी इक्विटी प्लेसमेंट की योजना के बारे में स्टॉक एक्सचेंजों को दिए गए बैंक नोटिस की जांच कर रहा है। इस जांच के दायरे में इश्यू से पहले बैंक के शेयरों में आए तेज उछाल और इश्यू रद्द होने के ऐलान से पहले इंट्रा डे ट्रेडिंग में शेयर में आई तेज गिरावट को भी शामिल किए जाने की खबरें है।
ये भी पढ़े: यस बैंक ने 6600 करोड़ रुपए का क्यूआईपी टाला
सेबी ने पूछे हैं ये सवाल
- सेबी जानना चाहता है कि क्यों इन्वेस्टमेंट बैंकर्स ने इस पर ध्यान नहीं दिया कि यस बैंक की तरफ से स्टॉक एक्सचेंजों को यह नहीं बताया गया है कि उसकी बोर्ड मीटिंग होने वाली है।
- 27 अप्रैल को यस बैंक ने स्टॉक एक्सचेंजों को बताया था कि उसी दिन हुई बोर्ड मीटिंग में एक या दो चरणों में इक्विटी बेचकर 1 अरब डॉलर तक की रकम जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
- इसके साथ यह शर्त थी कि शेयरहोल्डर्स को सही लगेगा, तभी मंजूरी मिलेगी।
- 27 अप्रैल से पहले दो वर्किंग डे में कोई सूचना जारी नहीं हुई थी कि जल्द बोर्ड मीटिंग होने वाली है, जबकि यह रेग्युलेटरी जरूरत है।
- इश्यू के अडवाइजर्स गोल्डमैन सैक्स, मोतीलाल ओसवाल और सीएलएसए थे।
- सेबी के एक ऑफिसर ने अंग्रेजी अखबार को दिए गए बयान के मुताबिक यस बैंक के क्यूआईपी से जुड़े सभी मेन बैंकर्स को बुलाया है।
- पूरे घटनाक्रम की जांच हो रही हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या कहीं सिक्यॉरिटीज लॉ का उल्लंघन तो नहीं हुआ है।
- पिछले कुछ महीनों में यस बैंक के शेयरों की पूरी ट्रेडिंग डिटेल भी चेक कर रहे हैं। एक मेंबर को अगले कुछ दिनों में एक डिटेल रिपोर्ट दी जाएगी।
पिछले हफ्ते नियमों का हवाला देकर QIP टाल दिया गया था।
यस बैंक ने पिछले हफ्ते अपना क्यूआईपी घोषणा के 24 घंटे के दौरान ही रद्द कर दिया था। इस क्यूआईपी के जरिए बैंक की 100 करोड़ डॉलर जुटाने की योजना थी। इस क्यूआईपी का एलान बुधवार को किया गया था। मैनेजमेंट का कहना था कि नियमों के मुताबिक क्यूआईपी 3 दिन तक खुला रखना था। लेकिन निवेश करने वाले शेयर तुरंत चाहते थे। लेकिन यस बैंक को नियमों की जानकारी थी।
बैंक के एमडी ने ये बताई थी वजह
क्यूआईपी को टालने पर सफाई देते हुए यस बैंक के चेयरमैन और एमडी राणा कपूर ने कहा था कि क्यूआईपी की नई गाइडलाइंस को लेकर स्थिति साफ नहीं होने के कारण बीच में ही इश्यू को रोक दिया गया। उन्होने आगे कहा कि इस मामले में सोमवार को सेबी से सफाई मांगी जाएगी। उसके बाद जल्द ही नया क्यूआईपी लॉन्च करेंगे। जून 2017 तक इस बारे में सभी मंजूरियां हैं। क्यूआईपी का प्राइस बैंड सेबी की गाइडलाइंस के तहत था।