नई दिल्ली। खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतों में हुई बढ़ोतरी के कारण मार्च में थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर शून्य से 0.85 फीसदी प्रतिशत नीचे रही, जो कि फरवरी में शून्य से 0.91 प्रतिशत कम थी। यह लगातार 17वां महीना है जब थोक महंगाई दर निगेटिव जोन में रही। महीने दर महीने आधार पर मार्च में खाने-पीने की महंगाई दर 3.35 फीसदी से बढ़कर 3.73 फीसदी हो गई गई। वहीं मार्च में नॉन-फूड आर्टिकल्स की महंगाई दर 5.88 फीसदी से बढ़कर 8.09 फीसदी रही है।
महीने दर महीने आधार पर मार्च में प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई दर 1.58 फीसदी से बढ़कर 2.13 फीसदी रही है। मार्च में मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स की महंगाई दर -0.58 फीसदी के मुकाबले -0.13 फीसदी रही है। वहीं फ्यूल और पावर की महंगाई दर -6.4 फीसदी के मुकाबले -8.3 फीसदी रही है। इसके अलावा दालों की महंगाई दर 38.84 फीसदी से घटकर 34.45 फीसदी रही है। महीने दर महीने आधार पर मार्च में बेसिक मेटल की महंगाई दर -8.07 फीसदी के मुकाबले -5.44 फीसदी रही है।
मार्च में गेहूं, चावल और सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई, जबकि फल, पेट्रोल और दालें सस्ती हुईं हैं। फरवरी में चावल की महंगाई दर -1.63 थी जो कि बढ़कर 0.6 फीसदी हो गई है। वहीं गेहूं आधारित महंगाई 2.78 फीसदी से बढ़कर 3.02 फीसदी पहुंच गई है।