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ऊंची आर्थिक गतिविधियों के बावजूद देश के कई हिस्सों में बैंकिंग सुविधाओं की कमी : वित्त मंत्री

वित्त मंत्री के मुताबिक आज के समय में बैंकों का बही खाता अधिक साफ सुथरा है ऐसे में बैंक बाजार से पैसा उठा कर सरकार पर बोझ कम कर सकते हैं।

Edited by: India TV Tech Desk
Updated on: September 26, 2021 14:40 IST
'देश के कई जिलों में...- India TV Paisa
Photo:PTI

'देश के कई जिलों में बैंकिंग सुविधाओं की कमी'

नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि देश के कई जिलों में बैंकिंग सुविधाओं का अभाव है। उन्होंने रविवार को इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (आईबीए) के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इन जिलों में आर्थिक गतिविधियों का स्तर काफी ऊंचा है, लेकिन बैंकिंग उपस्थिति काफी कम है। सीतारमण ने बैंकों से कहा कि वे अपनी मौजूदगी को बढ़ाने के प्रयासों को और बेहतर करें। उन्होंने बैंकों से कहा कि उनके पास विकल्प है कि वे यह तय कर सकते हैं कि गली-मोहल्ले में छोटे स्तर के मॉडल के जरिये कहां बैंकिंग मौजूदगी दर्ज कराने की जरूरत है। 

वहीं उन्होंने कहा कि आज बैंकों का बही-खाता अधिक साफ-सुथरा है। ऐसे में वो बाजार से पैसा उठा सकते हैं, इससे सरकार पर बैंकों के रीकैपिटलाइजेशन का बोझ कम होगा। उन्होंने कहा कि बैंकों को तेज-तर्रार बनने की जरूरत है। उन्हें प्रत्येक इकाई की जरूरत को समझना होगा जिससे 400 अरब डॉलर के निर्यात लक्ष्य को हासिल किया जा सके। वित्त मंत्री के मुताबिक अर्थव्यवस्था और उद्योगों की चुनौतियों से निपटने के लिये देश को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया जैसे 4 या 5 बड़े बैंकों की आवश्यकता होगी। वहीं वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि आगामी राष्ट्रीय संपत्ति पुनर्गठन कंपनी को ‘बैड बैंक’ नहीं कहा जाना चाहिए, जैसा अमेरिका में कहा जाता है। 

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