हैदराबाद। अरबपति कारोबारी घराने महिंद्रा ग्रुप ने शुक्रवार को यहां अपनी महिंद्रा यूनिवर्सिटी को वर्चुअल तरीके से लॉन्च किया। इस यूनिवर्सिटी द्वारा देश में वर्ल्ड-क्लास, भविष्य की शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन और महिंद्रा यूनिवर्सिटी के चांसलर आनंद महिंद्रा ने एक बयान में कहा कि हाई क्वालिटी शिक्षा में व्यक्ति और देश को बदलने की ताकत होती है। महिंद्रा यूनिवर्सिटी समग्र वैश्विक दृष्टिकोण वाले भविष्य के नेताओं को तैयार करने के लिए लिबरल आर्ट्स के साथ नवीनतम तकनीक वाली अधिक संतुलित शिक्षा देने का प्रयास करेगी।
इस अवसर पर तेलंगाना के आईटी और इंडस्ट्री मिनिस्टर केटी रामा राव ने कहा कि टेक्नोलॉजी की मदद से बिजनेस या सामाजिक जटिलता को आसान बनाया जा सकता है। प्रतिष्ठित महिंद्रा ग्रुप द्वारा समर्थित महिंद्रा यूनिवर्सिटी निश्चित ही भविष्य की जरूरत के मुताबिक बढ़ती मांग को पूरा करने का काम करेगी।
महिंद्रा यूनिवर्सिटी एक ऑटोनोमस यूनिवर्सिटी के रूप में काम करेगी और यहां नए युग के पाठ्यक्रम को उभरती हुई टेक्नोलॉजी जैसे डाटा साइंस, ब्लॉकचेन और डाटा एनालिटिक्स का पूरा फायदा उठाकर तैयार किया जाएगा।
महिंद्रा यूनिवर्सिटी महिंद्रा एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस का एक हिस्सा है, जो एक टेक महिंद्रा की एक गैर-लाभकारी सब्सिडियरी है। 130 एकड़ में फैली यह यूनिवर्सिटी अंडरग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट और पीएचडी पाठ्यक्रम की पेशकश करेगी। महिंद्रा यूनिवर्सिटी में ईकोल सेंट्रल स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग को भी समाहित किया गया है, जिसकी स्थापना 2014 में की गई थी।