नागपुर: महाराष्ट्र का आगामी वित्त वर्ष 2021-22 के बजट में एक लाख करोड़ रुपये की कमी रह सकती है। उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने रविवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि केंद्र सरकार को ‘एक राष्ट्र, एक कर’ कार्यक्रम के तहत इस वर्ष के लिये महाराष्ट्र को 25,000 करोड़ रुपये का बकाया जारी करना बाकी है, लेकिन अब स्थिति बदल रही है और हर हफ्ते पैसा भेजा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस तरह की कमी भविष्य के विकास कार्यों को प्रभावित करती है। राज्य विधानसभा का बजट सत्र एक मार्च से शुरू होने वाला है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें साढ़े चार लाख करोड़ रुपये के सालाना बजट में से वेतन और पेंशन पर साल भर में डेढ़ लाख करोड़ रुपये खर्च करना होगा। ऐसे में हमारे पास सिर्फ तीन लाख करोड़ रुपये बचते हैं। इस स्थिति में आगामी वित्त वर्ष का बजट एक लाख करोड़ रुपये की कमी वाला रह सकता है।’’