नई दिल्ली। इंजीनियरिंग और निर्माण कंपनी लार्सन एंड टूब्रो (L&T) का सितंबर में समाप्त तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ 38.85 प्रतिशत उछल कर 972 करोड़ रुपए रहा। कंपनी ने कहा है कि अर्थव्यवस्था में नकदी के प्रयोग को घटाने के सरकार के कदमों से आलोच्य तिमाही में उसके सामने रुकावटें आईं पर अभी उसके कारोबार पर इसके असर का आकलन नहीं किया गया है।
- अक्टूबर-दिसंबर 2015 में इसका शुद्ध लाभ 700.34 करोड़ रुपए था।
- चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी की आय 26,286.98 करोड़ रुपए रही, जो इससे साल भर पहले 25,928.07 करोड़ रुपए थी।
- इसी दौरान खर्च 24,170 करोड़ रुपए से थोड़ा बढ़ कर 24,486.57 करोड़ रुपए हो गया।
- कालेधन की अर्थव्यवस्था पर अंकुश लगाने और नकदीरहित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ने की सरकार की पहल से रुकावटें आई हैं पर कारोबार पर इसके प्रभाव का आकलन नहीं किया गया है।
- कंपनी का कहना है कि सरकार बुनियादी ढांचे पर जब तक निवेश निवेश नहीं बढ़ाती और करों के क्षेत्र में सुधारवादी उपाय लागू नहीं होते, अर्थव्यवस्था में कारोबार के सामाने चुनौती पूर्ण परिस्थितियां अगली एक-दो तिमाहियों तक बनी रहेंगी।
- कंपनी का कहना है कि आगे वैश्विक आर्थिक हालात क्या होंगे यह इस बात पर निर्भर करेगा कि ब्रेक्जिट के बाद ब्रिटेन में क्या होता है।
- अमेरिका में नई सरकार का आर्थिक नीति के प्रति दृष्टिकोण क्या होगा, यूरोप के कुछ देशों में राजनीति क्या करवट लेगी और नरमी के प्रति चीन का नितिगत रुख क्या होगा।