नई दिल्ली। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) सस्ती कॉलिंग सर्विस देने वाली एप्स कंपनियों पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। ट्राई ने कहा कि वह सस्ती कॉलिंग के मुद्दे की समीक्षा कर रहा है और टेलीकॉम कंपनियों की चिंता दूर करने के लिए उचित कार्रवाई करेगा। दरअसल टेलीकॉम ऑपरेटर कम लागत की कॉलिंग एप्स मसलन रिंगो आदि के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं और ऐसे कंपनियों पर सख्ती की मांग कर रहे हैं।
टेलीकॉम कंपनियां बना रही हैं सरकार पर दबाव
ट्राई के चेयरमैन आर एस शर्मा ने कहा, ट्राई ने संबंधित एप रिंगो की सर्विस को लेकर स्वत: संज्ञान लिया है। हम इसकी समीक्षा कर रहे हैं और जल्द उचित निर्णय करेंगे। कम लागत की कॉलिंग एप्स रिंगो आदि टेलीकॉम ऑपरेटरों से 90 फीसदी कम मूल्य पर सर्विस की पेशकश कर रही हैं। हालांकि, रिंगो ने जिस हफ्ते सर्विस शुरू की थी उसी हफ्ते उसकी घरेलू कॉल सेवा को ब्लॉक कर दिया गया था। समझा जाता है कि रिंगो वीडियोकॉन की सब्सिडियरी क्वाडरैंट टेलीवेंचर्स के नेटवर्क के जरिए यह सर्विस दे रही है। कंपनी का कहना है कि उसके पास टेली-कॉन्फ्रेंस सर्विस देने की परमिट है।
एप से डरी टेलीकॉम कंपनियां
देश के टेलीकॉम ऑपरेटरों को डर सता रहा है कि एप्स से सस्ती कॉलिंग के कारण उनका मुनाफा कम ना हो जाए। भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल रिंगो की सर्विस पर एक दिसंबर को दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद की मौजूदगी में चिंता जता चुके हैं। एप्स की सहायता से आप इंटरनेशनल कॉलिंग लोकल रेट से भी कम में कर सकते हैं।