मुंबई। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में लॉजिस्टिक क्षेत्र में 1.49 लाख नए रोजगार जुड़ेंगे। एक रिपोर्ट के अनुसार इसकी बड़ी वजह छोटे शहरों में ऑनलाइन बिक्री का आधार बढ़ना है। टीमलीज सर्विसेस ने अपनी द्विवार्षिक रिपोर्ट रोजगार परिदृश्य में कहा कि वित्त वर्ष 2019-20 की अप्रैल-सितंबर अवधि में लॉजिस्टिक क्षेत्र में तीन प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है, जिससे 1.49 लाख नए रोजगार पैदा होंगे।
इस रिपोर्ट को तैयार करने में 775 भारतीय प्रतिष्ठानों और 85 वैश्विक कंपनियों को शामिल किया गया। यह रिपोर्ट 19 उद्योग क्षेत्रों और 14 भौगोलिक स्थानों में किए गए सर्वेक्षण के आधार पर तैयार की गई है।
टीमलीज सर्विसेस में उद्योग, विनिर्माण और इंजीनियरिंग इकाई के प्रमुख सुदीप सेन ने कहा कि वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी छमाही के आंकड़ों के आधार पर मौजूदा समय में लॉजिस्टिक क्षेत्र में करीब 82.4 लाख लोग करते हैं। दूसरे और तीसरे दर्जे के शहरों में ई-वाणिज्य कंपनियों की पहुंच बढ़ने से इस क्षेत्र में नए रोजगार की मांग पैदा हुई है।
सेन ने कहा कि इस क्षेत्र के रोजगार में 14.19 प्रतिशत की वृद्धि होने का अनुमान है। अधिकतर रोजगार सृजन रेलवे, पोत परिवहन, हवाई मालवहन और गोदाम क्षेत्रों में होगी। रिपोर्ट के अनुसार इस दौरान सबसे अधिक 31,480 नए रोजगार मुंबई में और दूसरे स्थान पर 28,510 नए रोजगार दिल्ली में पैदा हुए हैं।