नई दिल्ली| इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च (इंड-रा) ने कहा कि देश के अधिकांश हिस्सों में लगे क्षेत्रीय लॉकडाउन में ढील से जून 2021 में घरेलू ऑटो बिक्री की मात्रा में मई के मुकाबले और पिछले साल के मुकाबले वृद्धि हुई है। एजेंसी ने ऑटोमोटिव डीलरशिप को फिर से खोलने और मूल उपकरण निमार्ताओं (ओईएम) द्वारा संचालन को फिर से शुरू करने को इसकी वजह बताया है।
हालांकि, जून 2021 के आंकड़े जून 2019 में दर्ज रिकॉर्ड बढोतरी से 35 प्रतिशत नीचे रही। पर्सनल व्हीकल सेग्मेंट में 119 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली जो पूरे उद्योग में सबसे बेहतर रही। इसके अलावा, रिपोर्ट में बताया गया है कि 2व्हीलर खंड के लिए उपभोक्ता मांग 4 प्रतिशत सालाना की दर से कम रही। जबकि मोटरसाइकिल की बिक्री में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई, और स्कूटर की बिक्री में 10 प्रतिशत की गिरावट आई। ईंधन के महंगे होने और गाड़ियों की कीमतें बढ़ने से टू-व्हीलर सेग्मेंट सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। इसके अलावा, जून 2021 में कुल उत्पादन में मासिक आधार पर 110 प्रतिशत का सुधार हुआ क्योंकि ओईएम ने मई 2021 में 10-15 दिनों के शटडाउन के बाद अपने संयंत्रों में परिचालन फिर से शुरू किया है।
खुदरा बिक्री में भी जून 2021 के दौरान सुधार देखने को मिला। ऑटोमोटिव डीलरशिप के फिर से खुलने के कारण पर्सनल व्हीकल और 2 व्हीलर वॉल्यूम में क्रमश, 43 प्रतिशत और 17 प्रतिशत की वृद्धि हुई। जून 2021 में पीवी के लिए डीलरशिप स्तर पर इन्वेंट्री बढ़कर 30-35 दिन हो गई। इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च का मानना है कि उसे जुलाई 2021 में बिक्री की मात्रा में सुधार की उम्मीद है। अनुमान है कि नए कोविड मामलों में गिरावट से देश के कुछ और हिस्सों में लॉकडाउन प्रतिबंध को हटाया जा सकता है, जिससे मांग में बढ़त देखने को मिल सकती है।