जम्मू। जम्मू हवाईअड्डे पर निर्धारित क्षमता से अधिक यात्रियों को ले जाने पर लगने वाले जुर्माना को समाप्त कर दिया गया है। इससे विमानन कंपनियां पूरी क्षमता के साथ अब उड़ानों का संचालन कर सकेंगी। इस निर्णय से जम्मू के लिए हवाई किराए में कमी आएगी। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। इससे पहले जम्मू हवाईअड्डे पर 30 प्रतिशत ‘लोड पेनाल्टी’ लागू थी, जिसका मतलब है कि विमानन कंपनियां विमान में मौजूद कुल सीटों के मुकाबले केवल 70 प्रतिशत सीटों की ही बुकिंग ले सकती थी।
इस मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने बताया कि भारतीय वायु सेना के नियंत्रण वाले जम्मू हवाई अड्डे के लिए बृहस्पतिवार को एक नोटम (वायु सैनिकों को नोटिस) जारी किया। इसका मतलब है कि जम्मू हवाईअड्डे पर लागू किये गए 30 प्रतिशत जुर्माने के प्रावधान को हटा दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस निर्णय के बाद विमानन कंपनियां अपनी पूरी क्षमता के साथ उड़ानों का संचालन कर सकती है और इससे उड़ानों के किराए में कमी भी आएगी। जम्मू हवाईअड्डा पर वर्तमान में प्रतिदिन विभिन्न शहरों से 35 उड़ानों का संचालन होता है।
देश के 9 शहरों में चलेंगी इलेक्ट्रिक बसें
सार्वजानिक क्षेत्र की कंपनी कन्वर्जेंस एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड (सीईएसएल) देश के नौ शहरों में बिजली से चलने वाली इलेक्ट्रिक बसों का संचालन करेगी। कंपनी ने एक बयान में कहा, "देश में सार्वजनिक परिवहन के लिए इलेक्ट्रिक बसों के इस्तेमाल को प्रेरित करने के लिए एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी सीईएसएल देश के नौ शहरों में इलेक्ट्रिक बसें संचालित करेगी।" कंपनी के बयान के अनुसार इसके लिए उसने राज्यों के परिवहन विभागों से इलेक्ट्रिक बसों की मांग आमंत्रित की है।