जोहांसबर्ग। भारत के टाटा समूह के नेतृत्व वाली दक्षिण अफ्रीकी दूरसंचार कंपनी नियोटेल को संपूर्ण अफ्रीका में दूरसंचार सेवा देने वाली कंपनी लिक्विड टेलीकॉम ने खरीदने का निर्णय किया है। इस अधिग्रहण के बाद लिक्विड की पूरे उप सहारा क्षेत्र में फाइबर नेटवर्क उपलब्ध कराने की योजना है।
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6.55 अरब रैंड में होगा सौदा
- नियोटेल में भारत के टाटा कम्युनिकेशंस के साथ नेक्सस कनेक्शन की नियोटेल में अल्पांश हिस्सेदारी है।
- लिक्विड 6.55 अरब रैंड अफ्रीकी मुद्रा में नियोटेल का अधिग्रहण करेगी।
- इससे पहले इस अधिग्रहण के संबंध में दक्षिण अफ्रीका की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी वोडाकॉम के साथ प्रारंभिक वार्ता चल रही थी लेकिन इस सौदे को लेकर नियामक की अनुमति नहीं मिली।
- इस सौदे के लिए लिक्विड ने दक्षिण अफ्रीकी निवेश समूह रॉयल बैफोकेंग होल्डिंग्स के साथ समझौता किया है जो नियोटेल में 30 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने का प्रतिबद्ध है।
लिक्विड करेगी नियोटेल के नेटवर्क का विस्तार
- आने वाले महीनों में लिक्विड की योजना नियोटेल के नेटवर्क का विस्तार करने की है ताकि पूरे अफ्रीका में ज्यादा ग्राहकों तक तेज गति वाला इंटरनेट उपलब्ध कराया जा सके।
- इसके लिए उसकी योजना नियोटेल के डाटा सेंटर की क्षमता पर निवेश करने की है।
- इसके बाद पहली बार नियोटेल का परिचालन पूरे अफ्रीका में फैलेगा।
- इसके नेटवर्क को लिक्विड के फाइबर फुटप्रिंट से जोड़ा जाएगा जिससे 40,000 किलोमीटर के क्षेत्र में एक ही कनेक्शन से कई तरह की दूरसंचार सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी।
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गौरतलब है कि नियोटेल ने लगभग एक दशक पहले सार्वजनिक क्षेत्र की टेलकॉम से प्रतिस्पर्धा करते हुए दूसरी फिक्स्ड लाइन सेवा देने वाली कंपनी के तौर पर काम शुरू किया था।