नई दिल्ली। अगले एक साल के दौरान लगभग एक अरब से ज्यादा मोबाइल नंबरों को उनके ओनर के आधार कार्ड से जोड़ा जाना है। टेलिकॉम कंपनियों के अनुसार, इसमें 2,500 करोड़ से ज्यादा का खर्च आएगा।
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भारत के सेल्युलर ऑपरेटर्स असोसिएशन (COAI) के महानिदेशक राजन मैथ्यूज ने कहा कि,
हमें टेलिकॉम मंत्रालय से मोबाइल नंबर को आधार कार्ड से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश मिले हैं। मोबाइल कंपनियां जल्द ही यह प्रक्रिया शुरू करेंगी।
एयरटेल, वोडोफोन, आइडिया और रिलायंस जियो जैसे सर्विस प्रोवाइडर COAI के मेंबर हैं। मैथ्यूज ने कहा, सुप्रीम कोर्ट ने एक फुल प्रूफ पहचान सत्यापन प्रणाली के स्थान पर जनहित याचिका (PIL) पर सुनवाई के बाद आधार को जोड़ने की मांग की थी।
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आइडिया सेल्युलर के एक अधिकारी ने कहा कि हम इस मुद्दे पर गंभीरता से काम कर रहे हैं और इसे लागू करने के लिए हर संभव समाधान ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं।