मुंबई। भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) अपने लोकप्रिय वार्षिकी उत्पाद जीवन अक्षय की बिक्री अगले महीने से बंद करने जा रही है। घटती ब्याज दरों की वजह से इस प्लान के तहत मौजूदा स्तर पर रिटर्न को बनाए रखना असंभव हो गया है। एलआईसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हालांकि ऐसा संभव हो सकता है कि इस प्लान को कम रेट के साथ दोबारा पेश किया जाए।
जीवन अक्षय एलआईसी के लिए एक दुधारू गाय के समान है। कंपनी की नव व्यवसाय आय में इसका योगदान करीब एक चौथाई है। सिंगल प्रीमियम प्लान ने इस वित्त वर्ष के दौरान अभी तक एलआईसी को 10,000 करोड़ रुपए का राजस्व दिया है। पिछले दो सालों में इसने 22,000 करोड़ रुपए का राजस्व अकेले जुटाया था। यह प्लान 7.5 प्रतिशत की दर से नियमित आय की पेशकश करता है।
एलआईसी को अपने इस उत्पाद पर निवेशकों की बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। यह 10 साल वाली सरकारी प्रतिभूतियों की तुलना में केवल आधा प्रतिशत ज्यादा रिटर्न देता है। एलआईसी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमनें एक दिसंबर से 7.5 प्रतिशत के उच्च ब्याज दर वाले जीवन अक्षय को बंद करने का फैसला किया है। अधिकारी ने कहा कि इसे 6 या 6.5 प्रतिशत ब्याज दर पर दोबारा पेश किया जा सकता है।
इस सिंगल प्रीमियम गांरटीड प्रोडक्ट ने एलआईसी का राजस्व बढ़ाने में काफी मदद की है। लेकिन 10 साल की सरकारी प्रतिभूतियों, जिन पर 7.05 प्रतिशत ब्याज मिलता है, की तुलना में उच्च ब्याज दर बनाए रखना एलआईसी के लिए अब मुश्किल हो गया है।