मुंबई। सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी LIC अपने दो प्रबंध निदेशकों की नियुक्ति की प्रक्रिया में है। इसके लिए कंपनी ने आठ कार्यकारी निदेशकों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है। सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी ने अभी अपने चेयरमैन का नाम तय नहीं किया है। कंपनी के चेयरमैन एस के राय ने जून में सबको हैरान करते हुए अपना कार्यकाल पूरा होने से दो साल पहले ही सेवानिवृत्त होने की घोषणा की थी। एलआईसी के शीर्ष प्रबंधन में चेयरमैन और तीन प्रबंध निदेशक शामिल हैं।
फिलहाल कंपनी में दो प्रबंध निदेशक वी के शर्मा और उषा सांगवान शामिल हैं। सरकार अभी तक एस बी मैनाक के स्थान पर किसी की नियुक्ति नहीं कर सकी है जो इसी साल सेवानिवृत्त हुए हैं। यदि दो प्रबंध निदेशकों में से किसी को चेयरमैन बनाया जाता है, तो प्रबंध निदेशक का एक और पद रिक्त हो जाएगा। समझा जाता है कि सरकार शर्मा या सांगवान में से किसी को अगला चेयरमैन बनाएगी। सरकार ने चौथे प्रबंध निदेशक का पद रद्द कर दिया है। इस पद के लिए सरकार ने एक साल पहले पांच कार्यकारी निदेशकों का साक्षात्कार लिया था, जिसके बाद इस पद को ही रद्द कर दिया गया।
सूत्रों का कहना है कि प्रबंध निदेशक के दो पदों के लिए जिन कार्यकारी निदेशकों साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा उनमें राजेश कंडवाल (एलआईसी बहरीन के सीईओ), हेमंत भार्गव (उत्तर क्षेत्र के प्रमुख), वेणु गोपाल (पश्चिमी क्षेत्र के प्रमुख), विनय शाह (विपणन प्रमुख), शरद श्रीवास्तव (ईडी कार्मिक), सरोजनी दिखाले (एलआईसी म्यूचुअल फंड की सीईओ), सुनीता शर्मा (एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस की सीईओ) और के गणेश (ईडी ग्राहक संबंध प्रबंधन) शामिल हैं। सूत्रों ने कहा कि इन पदों के लिए साक्षात्कार जल्द होगा। अभी इस बारे में वित्त मंत्रालय से आधिकारिक सूचना का इंतजार है। राय ने 20 जून को कंपनी के चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया है। एलआईसी के सूत्रों का कहना है कि राय ने उन्हें 20 सितंबर से जिम्मेदारी से मुक्त करने का आग्रह किया है, हालांकि, इस बारे में अभी आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।