नई दिल्ली। लिबर्टी स्टील ने सोमवार को बताया कि उसने लक्ष्मी निवास मित्तल की कंपनी आर्सेलर मित्तल की यूरोप स्थित सात इस्पात विनिर्माण इकाइयों तथा पांच सेवा केंद्रों का 74 करोड़ यूरो (करीब 5,782 करोड़ रुपए) में अधिगहण कर लिया है।
भारतीय मूल के धातु क्षेत्र के दिग्गज उद्योगपति संजय गुप्ता के स्वामित्व वाली इस कंपनी ने चेक गणराज्य के ओस्ट्रावा तथा रोमानिया के गलाटी में प्रमुख एकीकृत इस्पात संयंत्र के अलावा उत्तरी मैसिडोनिया के कोप्जे और इटली के पियामबिनो स्थित रोलिंग मिलों के अलावा लग्जमबर्ग के डूडलेंग और बेल्जियम के लीज में दो संयंत्रों का अधिग्रहण किया है। इन सात संयंत्रों में 14,000 लोग कार्यरत हैं।
इन मिलों के उत्पादों का विपणन करने वाले पांच सेवा केंद्र फ्रांस और इटली में स्थित हैं। इन संयंत्रों की सालाना रोलिंग क्षमता एक करोड़ टन की है। ये मुख्य रूप से यूरोप के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों को इस्पात की आपूर्ति करते हैं। इनमें निर्माण और बुनियादी ढांचा उत्पाद, वाहन, वैमानिकी, ऊर्जा, औद्योगिक उपकरण और उपभोक्ता सामान क्षेत्र शामिल हैं।
लिबर्टी स्टील ने कहा है कि 74 करोड़ यूरो के इस सौदे के बाद लिबर्टी स्टील चीन को छोड़कर दुनियाभर में शीर्ष 10 इस्पात उत्पादक कंपनियों में शामिल हो गई है। उसकी कुल रोलिंग खमता 1.80 करोड़ टन से अधिक पहुंच गई है। इसमें तैयार उत्पादों की बड़ी रेंज शामिल है।