Friday, November 22, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. बोलियों पर विचार करने के लिये सोमवार को होगी डीएचएफएल के कर्जदाताओं की बैठक

बोलियों पर विचार करने के लिये सोमवार को होगी डीएचएफएल के कर्जदाताओं की बैठक

सूत्रों के मुताबिक, निवेशकों ने कम कीमत की बोलियां जमा की हैं, इसलिये कर्जदाताओं को 95,000 करोड़ रुपये की कुल देनदारियों में से 68,000 करोड़ रुपये गंवाना पड़ सकता है। ऐसी संभावना है कि सीओसी सभी बोलियों को खारिज कर सकती है।

Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: October 25, 2020 21:25 IST
कर्जदाताओं की समिति...- India TV Paisa
Photo:FILE

कर्जदाताओं की समिति की सोमवार को बैठक

नई दिल्ली। कर्ज में डूबी कंपनी डीएचएफएल के कर्जदाताओं की समिति (सीओसी) दिवाला संहिता के तहत इसके ऋण समाधान के लिए निवेशकों से मिली चार बोलियों पर विचार करने के लिये सोमवार को बैठक करेगी। सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है। डीएचएफल के लिये अडानी समूह और पीरामल एंटरप्राइजेज समेत चार बोलियां प्राप्त हुई हैं। अमेरिका की ओकट्री और हांगकांग की एससी लोवी ने भी समाधान योजनाएं पेश की हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कर्ज में डूबी डीएचएफएल को पिछले साल नवंबर में राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के पास भेज दिया था। डीएचएफएल पहली वित्त कंपनी है, जिसे रिजर्व बैंक ने धारा 227 का इस्तेमाल कर एनसीएलटी के पास भेजा है। इससे पहले कंपनी के निदेशक मंडल को हटा दिया गया था और आर सुब्रमण्यकुमार को प्रशासक नियुक्त किया गया था। वह दिवाला एवं ऋणशोधन अक्षमता संहिता (आईबीसी) के तहत समाधान पेशेवर (आरपी) भी हैं।

सूत्रों ने कहा कि डीएचएफएल के ऋणदाता सोमवार को बैठक कर बोली पर निर्णय का फैसला करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, निवेशकों ने कम कीमत की बोलियां जमा की हैं, इसलिये कर्जदाताओं को 95,000 करोड़ रुपये की कुल देनदारियों में से 68,000 करोड़ रुपये गंवाना पड़ सकता है। अत: ऐसी संभावना है कि सीओसी सभी बोलियों को खारिज कर देगी, क्योंकि बोलियां स्वतंत्र मूल्यांककों के द्वारा कर्जदाताओं के लिये तय की गयी उचित मूल्य और परिसमापन मूल्य से काफी कम हैं। डीएचएफएल ने इस बारे में भेजे गये एक ईमेल का जवाब नहीं दिया है। डीएचएफएल के पास 93 हजार करोड़ रुपये के एसेट हैं। इनमें थोक व खुदरा एसेट क्रमश: 33 हजार करोड़ रुपये और 48 हजार करोड़ रुपये हैं।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement