नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कारोबार करना आसान बनाने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खुदरा व्यापारियों से सुझाव मांगे हैं। केजरीवाल ने खुदरा व्यापारियों से उन कानूनों की लिस्ट देने को कहा है जिससे उनका कामकाज प्रभावित हो रहा है ताकि उन्हें हटाया जा सके। साथ ही उन्होंने सरकार की तरफ से उनके लाभ के लिए किए गये विभिन्न उपायों के बावजूद टैक्स कलेक्शन में गिरावट को लेकर चिंता जताई।
दिल्ली कारोबार करना होगा आसान
खुदरा व्यापारियों को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा, मुझे यह बताया गया है कि व्यापारियों को कारोबार करने के लिये 36 विभागों के पास जाना होता है। आप बताइए कौन से विभाग और कानून व्यापार को प्रभावित कर रहे हैं, सरकार उसे दूर करेगी। उन्होंने कहा, पहले एक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए 27 प्रकार की मंजूरी की जरूरत होती थी। अब केवल 20 मिनट में मंजूरी ली जा सकती है जबकि पहले इसमें चार महीने लगते थे।
व्यापारियों से टैक्स भरने की अपील
खुदरा व्यापारियों को अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने वैट को सरल बनाया और अभी भी उस पर काम कर रही है। उन्होंने कहा, लेकिन उसके बावजूद कर संग्रह कम रहा है। मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि सरकार आपके धन को चुराने की अनुमति नहीं देगी और उसे कल्याण एवं विकास कार्यों में लगाएगी। उल्लेखनीय है कि आप ने विधानसभा चुनाव के दौरान आप ने दावा किया था कि 49 दिन के उसके शासन में कर संग्रह बढ़ा लेकिन लेफ्टिनेंट गवर्नर के शासन में इसमें कमी आई। वायदा कारोबार का विरोध करते हुए केजरीवाल ने कहा कि कीमत वृद्धि का यह एक बड़ा कारण है। उन्होंने कहा कि इससे देश में खुदरा व्यापारियों को नुकसान हुआ है।