मुंबई। विनिमय दर में अत्यधिक उतार-चढ़ाव से निवेशकों के लाभ की सुरक्षा की अपील करते हुए आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने आज कहा कि चार फीसदी मुद्रास्फीति के लक्ष्य की दिशा में की गई पहल से विनिमय बाजार में उतार-चढ़ाव पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।
राजन ने कहा, वृहत् स्थिरीकरण की दिशा में हमारा लक्ष्य है कि विनिमय दर ऐसा मुद्दा हो जाए, जिस पर निवेशकों को कम से कम चिंता करने की जरूरत हो। उन्होंने कहा अतीत में रिवर्ज बैंक ने उतार-चढ़ाव कम करने के लिए हस्तक्षेप किया है। यदि करीब 4 फीसदी मुद्रास्फीति के लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं तो भारत में अन्य देशों की तुलना में बहुत ऊंची दौर के समय रुपए की विनिमय दर में दिखने वाले भारी उतार-चढ़ाव के दिन अतीत की बात हो जाएंगे।
यहां उद्योग जगत के एक सम्मेलन में राजन ने देश की बैंकिंग प्रणली को और गतिशील बनाने पर भी जोर दिया और कहा कि इस संबंध में पहल की जा रही है। राजन ने कहा कि कुल मिलाकर भारत के पास विनिर्माण उत्पादन और सेवा के संबंध में बड़ी छलांग लेने के लिए सब कुछ है। राजन ने कहा, हमें वैश्विक संपर्क का फायदा उठाना होगा। हम यहां क्रांति की कगार पर हैं। मेरा मानना है कि हमें अपने उपक्रमों को अपना रास्ता तलाशने में मदद करनी चाहिए।
उन्होंने ऐसा कारोबारी माहौल तैयार करने का समर्थन किय, जिसके तहत उद्योगों को वहां जाने की छूट हो जहां वे जाना चाहें।