नई दिल्ली। कोरोनो वायरस महामारी के चलते बने कमजोर आर्थिक माहौल के बावजूद स्पेशल्टी केमिकल्स कंपनी लैंक्सेस ने वर्ष 2020 की पहली तिमाही में दमदार आर्थिक वृद्धि हासिल की है। नए कंज्यूमर प्रोटेक्शन सेगमेंट और स्पेशल्टी एडिटिव्स सेगमेंट में इसकी कमाई सकारात्मक रूप से बढ़ी है। इसके विपरीत, कोरोनोवायरस संकट के नतीजतन ऑटोमोटिव उद्योग की तरफ से मांग में आई गिरावट ने विशेष रूप से इंजीनियरिंग मटेरियल सेगमेंट में कमाई पर नकारात्मक असर छोड़ा।
कंपनी का ईबीआईटीडीए प्री एक्सेप्शनल्स 9.9 प्रतिशत गिरकर 27.2 करोड़ यूरो से 2020 की पहली तिमाही में 24.5 करोड़ यूरो रह गया। ईबीआईटीडीए मार्जिन प्री एक्सेप्शनल्स पूर्व वर्ष की तिमाही में 15.7 प्रतिशत था, जो इस बार 14.4 प्रतिशत रहा।
समूह की बिक्री 2020 की पहली तिमाही में 1.704 अरब यूरो रही, जो पिछले वर्ष के 1.738 अरब यूरो के आंकड़े से थोड़ी कम है। जारी परिचालनों से होने वाली शुद्ध आय 27.6 प्रतिशत घट गई। 8.7 करोड़ यूरो के मुकाबले यह 6.3 करोड़ यूरो रही। लैंक्सेस एजी के प्रबंधन मंडल के चेयरमैन मैथियास जैशर्ट ने कहा कि मुख्य रूप से अपने संतुलित पोर्टफोलियो की बदौलत हम अब तक कोरोनो वायरस महामारी के आर्थिक प्रभावों को नियंत्रण में रख सके हैं। हम जानते हैं कि हम अभी तक संकट के चरम पर नहीं पहुंचे हैं। बहरहाल, हम अच्छी तरह से तैयार महसूस करते हैं, क्योंकि हमारी स्थिति सुदृढ़ और स्थिर है और हमने संकट प्रबंधन के लिए व्यापक उपाय किए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमारे कर्मचारी आमतौर पर स्वस्थ हैं और हमारे संयंत्र चल रहे हैं। लैंक्सेस का अनुमान है कि दूसरी और तीसरी तिमाही में कोरोनो वायरस महामारी का प्रभाव और गहराएगा। वर्तमान में उपलब्ध जानकारी के आधार पर कंपनी को उम्मीद है कि दूसरी तिमाही के लिए ईबीआईटीडीए प्री एक्सेप्शनल्स 20.0 करोड़ यूरो से 25.0 करोड़ यूरो के बीच होगा।