नई दिल्ली। रिजर्व बैंक द्वारा नियुक्त लक्ष्मी विलास बैंक के प्रशासक टी एन मनोहरन ने आज कहा कि बैंक में जमाकर्ताओं का धन पूरी तरह से सुरक्षित है। वहीं बैंक के पास जमाकर्ताओं की रकम लौटाने के लिए पर्याप्त धन भी मौजूद है। उन्होने रिजर्व बैंक द्वारा लक्ष्मी विलास बैंक से धन निकासी पर प्रतिबंध लगाने के अगले दिन जमाकर्ताओं को आश्वस्त करते हुए कहा कि बैंक में लोगों की रकम पूरी तरह सुरक्षित है। इसके साथ ही उन्होने जानकारी दी कि विलास बैंक का डीबीएस इंडिया के साथ विलय तेजी से पूरा होने की उम्मीद है। उन्होने कहा कि लक्ष्मी विलास बैंक के पास 20,000 करोड़ रुपये का जमा धन है जबकि बैंक ने 17,000 करोड़ रुपये कर्ज दे रखे हैं।
रिजर्व बैंक ने केनरा बैंक के पूर्व गैर कार्यकारी चेयरमैन मनोहरन को लक्ष्मी निवास बैंक का एडमिनिस्ट्रेटर नियुक्त किया है। उन्होने साथ ही कहा कि लक्ष्मी निवास बैंक का डीबीएस बैंक इंडिया में मोराटोरियम की समयसीमा से पहले ही विलय हो जाएगा। लक्ष्मी निवास बैंक की वित्तीय स्थिति काफी बिगड़ने से मंगलवार को रिजर्व बैंक ने लक्ष्मी विलास बैंक पर मोराटोरियम की शर्ते लागू कर दी। मोराटोरियम 17 नवंबर को शाम 6 बजे से लागू हो गया है और ये 16 दिसंबर तक लागू रहेगा। नियमों के मुताबिक इस अवधि के दौरान खाताधारक 25 हजार रुपये से ज्यादा की निकासी नहीं कर सकेंगे। इसके साथ ही रिजर्व बैंक ने लक्ष्मी विलास बैंक के डीबीएस बैंक के साथ विलय की मसौदा योजना भी सार्वजनिक की। आरबीआई के मुताबिक विलय योजना को मंजूरी मिलने पर इसकी प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिये डीबीएस बैंक इंडिया लि. (डीबीआईएल) में सिंगापुर का डीबीएस बैंक 2,500 करोड़ रुपये (46.3 करोड़ सिंगापुर डॉलर) लगायेगा। इसका वित्त पोषण पूरी तरह से डीबीएस के मौजूदा संसाधनों से किया जायेगा।