नई दिल्ली। बुनियादी ढांचा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) ने गुरुवार को कहा कि उसे मुंबई-अहमदाबाद उच्च गति रेल (एमएएचएसआर) के एक हिस्से के निर्माण के लिए 7,000 करोड़ रुपये से अधिक का ठेका मिला है। एमएएचएसआर को बुलेट ट्रेन परियोजना के नाम से भी जाना जाता है। इंजीनियरिंग और निर्माण कंपनी ने हालांकि ठेके की कीमत नहीं बताई, लेकिन उसके द्वारा बताए गए वर्गीकरण ‘मेगा कॉन्ट्रैक्ट’ के अनुसार यह ठेका 7,000 करोड़ रुपये से अधिक का है।
एलएंडटी ने शेयर बाजार को बताया कि एलएंडटी कंस्ट्रक्शन के परिवहन अवसंरचना कारोबार को राष्ट्रीय उच्च गति रेल निगम लिमिडेट (एनएचएसआरसीएल) से 87.569 किलोमीटर लंबे निर्माण के लिए ‘मेगा कॉन्ट्रैक्ट’ मिला है। ठेके के तहत एक स्टेशन, प्रमुख नदियों पर पुल और रखरखाव के लिए डिपो और अन्य सहायक निर्माण कार्य शामिल हैं।
एनटीटी ने भारत में अवसंरचना कारोबार को एकीकृत किया
जापान की प्रौद्योगिकी कंपनी एनटीटी भारत में अवसंरचना संबंधी अपनी तीन कंपनियों का विलय कर रही है और विलय के बाद बनी नई इकाई के कारोबार में 20 प्रतिशत वृद्धि का लक्ष्य तय किया गया है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि नई इकाई के पास भारत में अगले चाल वर्षों के दौरान दो अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक के निवेश परियोजनाएं हैं और इसकी अगुवाई शरद सांघी करेंगे, जो विलय की जा रही तीन कंपनियों में एक नेटमैजिक के प्रमुख हैं।
दो अन्य कंपनियां एनटीटी इंडिया और एनटीटी कॉम इंडिया हैं। सांघी ने कहा कि इन तीन कंपनियों में सबसे अधिक आय एनटीटी इंडिया की है और ये 20 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है, जबकि नेटमैजिक का कारोबार 30 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि एकीकृत कंपनी के रूप में हमारा लक्ष्य अगले तीन वर्षों में 20 प्रतिशत वार्षिक की दर से आय वृद्धि हासिल करना है। सांघी ने कहा कि एकीकृत कंपनी के पास 6,300 से अधिक कर्मचारी होंगे और विलय के चलते कोई छंटनी नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि वृद्धि के अवसरों को देखते हुए और भर्ती किए जाने की गुंजाइश अधिक है।