नई दिल्ली। मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) के वी सुब्रमण्यम ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद पठन-पाठन के क्षेत्र में लौटने का फैसला किया है। सरकार ने दिसंबर 2018 में आईएसबी हैदराबाद के प्रोफेसर सुब्रमण्यम को सीईए के रूप में नियुक्त किया था। उन्होंने अरविंद सुब्रमण्यम का स्थान लिया था। सुब्रमण्यम ने एक बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को उनके समर्थन और प्रेरक नेतृत्व के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद पठन-पाठन के क्षेत्र में वापस लौटने का फैसला किया है।’’
अपने फैसले की जानकारी देते हुए उन्होने एक पत्र में लिखा कि राष्ट्र की सेवा करना एक परम सौभाग्य रहा। मुझे अद्भूत समर्थन और प्रोत्साहन मिला। हर दिन जब मैं नॉर्थ ब्लॉक में गया, तो मैंने अपने आप को इस विशेषाधिकार की याद दिलाई, जबकि इसके साथ आने वाली जिम्मेदारियों को लेकर न्याय करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया। पत्र में उन्होने प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को उनके सहयोग के लिये भी धन्यवाद दिया। सरकार ने फिलहाल उनकी जगह किसी के नाम का ऐलान नहीं किया है।
सुब्रमण्यम इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस से जुड़े रहे हैं, और मुख्य आर्थिक सलाहकार बनने से पहले वो सेबी और रिजर्व बैंक की एक्सपर्ट कमेटी का हिस्सा भी रह चुके हैं। वहीं कुछ समय उन्होने कॉर्पोरेट सेक्टर के साथ भी काम किया है और वो जेपी मॉर्गन, आईसीआईसीआई बैंक और टाटा कंसल्टेंसी सर्विस के साथ भी जुड़ चुके हैं।