नई दिल्ली। कोटक महिंद्रा बैंक का सितंबर को खत्म हुई दूसरी तिमाही का स्टैंडअलोन प्रॉफिट 26.7 प्रतिशत उछलकर 2,184 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल की इसी तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 1,724 करोड़ रुपये था। बैंक ने सोमवार को अपने तिमाही नतीजे जारी किए हैं। बैंक के प्रॉफिट में बढ़त नेट इंट्रेस्ट इनकम औऱ अन्य आय में बढ़त के साथ साथ प्रोविजन के घटने से दर्ज हुई है। बैंक के मुताबिक जुलाई—सितंबर तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 8,288.08 करोड़ रुपये रही। पिछले साल इसी दौरान कुल आय 7,986.01 करोड़ रुपये थी।
इस दौरान बैंक की वसूली में सुधार दिखा, और एसेट क्वालिटी बेहतर हुई है। दूसरी तिमाही में उसके एनपीए का अनुपात घटकर शुद्ध ऋण के 0.64 प्रतिशत के बराबर रहा। पिछले साल इसी अवधि की समाप्ति पर एनपीए 0.85 प्रतिशत था। मूल्य के हिसाब से एनपीए एक साल पहले के 1,811 करोड़ रुपये की तुलना में 1,304 के बराबर रहा। लेकिन सकल एनपीए का स्तर 2.55 प्रतिशत (5,336 करोड़ रुपये) हो गया जबकि एक साल पहले यह 2.32 प्रतिशत (5,034 करोड़ रुपये) था। कंसोलिडेटेड आधार पर बैंक का शुद्ध लाभ 22.4 प्रतिशत बढ़कर 2,946.62 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले यह आंकड़ा 2,407.25 करोड़ रुपये था। बैंक की कुल तिमाही आय बढ़कर 13,591.41 करोड़ रुपये रही। एक साल पहले दूसरी तिमाही के अंत में आय 12,542.99 करोड़ रुपये थी।
पिछले साल के मुकाबले प्रोविजन में 9.6 फीसदी और पिछली तिमाही के मुकाबले प्रोविजन में 61.7 फीसदी की गिरावट रही है। वहीं तिमाही के दौरान बैंक की नेट इंट्रस्ट इनकम पिछले साल के मुकाबले 16.8 फीसदी की बढ़त के साथ 3913 करोड़ रुपये रही है। नेट इंट्रेस्ट इनकम बैंक द्वारा चुकाए गए ब्याज और कमाए गए ब्याज का अंतर होता है। वहीं नॉन- इंट्रेस्ट इनकम पिछले साल के मुकाबले 18.6 फीसदी बढ़ी है।