नई दिल्ली। निजी क्षेत्र की जीवन बीमा कंपनी कोटक महिंद्रा लाइफ इंश्योरेंस कारोबार बढ़ाने के लिये छोटे शहरों पर ध्यान दे रही है और चालू वित्त वर्ष में 60,000 से अधिक एजेंटों की नियुक्त करने का लक्ष्य है। साथ ही कोटक महिंद्रा ग्रुप की जीवन बीमा कंपनी प्रीमियम आय चालू वित्त वर्ष में 27 प्रतिशत वृद्धि के साथ लगभग 6,500 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद कर रही है।
हर महीने रखे जा रहे हैं 5000 एजेंट
कंपनी के वरिष्ठ कार्यकारी उपाध्यक्ष तथा मुख्य विपणन अधिकारी सुरेश अग्रवाल ने कहा, कि हम छोटे एवं मझोले शहरों पर ध्यान दे रहे हैं। हम फिलहाल छोटे शहरों व कस्बों में 100 शाखाओं के अलावा समूह की इकाई कोटक महिंद्रा बैंक की 478 शाखाओं के जरिये काम कर रहे हैं। कंपनी की खुद की शाखाओं की कुल संख्या 236 है। इसके अलावा अन्य बैंक सहयोगियों के जरिये 2,600 शाखाओं के माध्यम से ग्राहकों को सेवा दे रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हम एजेंटों की संख्या भी बढ़ा रहे हैं। हम हर महीने 5,000 एजेंट नियुक्त कर रहे हैं। चालू वर्ष में हमारा 60,000 एजेंट नियुक्त करने का लक्ष्य और इसमें अगले साल 25 से 30 प्रतिशत वृद्धि की होने की उम्मीद है।’’
कंपनी के मौजूदा एजेंटों की संख्या 87000
फिलहाल कंपनी के एजेंटों की संख्या करीब 87,000 है। विस्तार योजना के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में अग्रवाल ने कहा, ‘‘हमने कोटक बैंक के अलावा कुछ पुराने निजी क्षेत्र के बैंकों , बड़ी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों, लघु वित्त तथा भुगतान बैंकों के साथ गठजोड़ किया है। हम कुछ अन्य संभावित वितरकों से भी संपर्क में हैं।’’ अग्रवाल ने कहा, ‘‘चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीने में कुल प्रीमियम आय में 27 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस दर से हम चालू वित्त वर्ष में लगभग 6,500 करोड़ रुपये तक पहुंच सकते है। ’’ पिछले वित्त वर्ष में इसकी कुल प्रीमियम आय 5,140 करोड़ रुपये थी।
कोटक लाइफ इंश्योरेंस से जुड़े हैं 1.9 करोड़ ग्राहक
कंपनी के ग्राहकों की संख्या 1.9 करोड़ है। उन्होंने कहा, ‘‘अनुकूल माहौल को देखते हुए अगले वित्त वर्ष में भी हम प्रीमियम आय में 27 से 30 प्रतिशत तक की वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं।’’ वर्ष 2016-17 कोटक लाइफ की बाजार हिस्सेदारी 5.6 प्रतिशत थी। पूरे जीवन बीमा उद्योग के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘पिछले कुछ साल में जीवन बीमा उद्योग 20-25 प्रतिशत की दर से वृद्धि कर रहा है। अभी यह उद्योग 55 अरब डालर का है और हमारा अनुमान है कि इस दर से अगले तीन वर्ष में यह उद्योग 100 अरब डालर से ज्यादा का हो जाएगा।