कोलकाता: कोलकाता बंदरगाह पर सैंडहेड्स में बीपीसीएल की तरल पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) को एक जहाज से दूसरे जहाज पर पहली बार उतारा गया। बंदरगाह के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह ने कहा कि भारतीय तट में 15 अक्टूबर को भारत पेट्रोलियम द्वारा पहली बार एक जहाज से दूसरे जहाज पर एलपीजी को उतारा गया। कुल 17 घंटे में 23,051 मीट्रिक टन माल को दूसरे जहाज में स्थानांतरित किया गया।
भारत पेट्रोल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने बताया कि हल्दिया डॉक सिस्टम के तहत एक जहाज से सीधे दूसरे जहाज में माल उतारने से 7 से 9 दिन और प्रति यात्रा करीब 3,50,000 डॉलर यानी लगभग 2.6 करोड़ रुपये की बचत होगी। बंदरगाह के चेयरमैन विनीत कुमार ने कहा कि इस तरह के संचालन से न केवल देश के सबसे पुराने नदी तटीय बंदरगाह के लिए नई व्यावसायिक संभावनाएं खुलेंगी, बल्कि व्यापार को भी लाभ मिलने की उम्मीद है।