नई दिल्ली। अमेरिकन इनवेस्टमेंट फर्म KKR & Co ने रिलायंस रिटेल में 5500 करोड़ रुपए का निवेश करने की घोषणा की है। इस निवेश के बाद केकेआर को रिलायंस रिटेल में 1.28 प्रतिशत हिस्सेदारी दी जाएगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने रिलायंस रिटेल के लिए कुछ हफ्तों के दौरान यह दूसरी बड़ी डील की है। आरआईएल ने एक बयान में कहा कि केकेआर ने यह निवेश रिलायंस रिटेल के 4.21 लाख करोड़ रुपए के प्री-मनी इक्विटी वैल्यू के आधार पर किया है।
आरआईएल के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने कहा कि रिलायंस रिटेल वेंचर्स में केकेआर का एक निवेशक के रूप में मैं स्वागत करता हूं। सभी भारतीयों के लाभ के लिए भारतीय रिटेल ईकोसिस्टम को बदलने के लिए हम निरंतर साथ काम करेंगे। इससे पहले अमेरिका की प्राइवेट इक्विटी फर्म सिल्वर लेक ने 1.02 अरब डॉलर का निवेश करने की घोषणा की थी।
केकेआर के सह-संस्थापक और सह-सीईओ हेनरी कारविस ने कहा कि रिलायंस रिटेल का नया कॉमर्स प्लेटफॉर्म उपभोक्ता और छोटे कारोबारियों के बीच की दूरी को मिटाने वाला है। भारतीय ग्राहक अब बहुत ज्यादा ऑनलाइन खरीदारी कर रहे हैं और कंपनी किराना स्टोर को वैल्यू चेन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाने के लिए टूल्स उपलब्ध करवा रही है। भारत का अग्रणी ओमनीचैनल रिटेलर बनने के लिए रिलायंस रिटेल के मिशन में भागीदार बनने की हमें बहुत खुशी है।
तेल से टेलीकॉम तक कारोबारी गतिविधियों का संचालन करने वाले आरआईएल अधिग्रहण और वैश्विक निवेशकों की मदद से अपने रिटेल कारोबार का विस्तार कर रही है। कंपनी अमेजन और फ्लिपकार्ट से प्रतिस्पर्धा के लिए अपने आप को तैयार कर रही है। इससे पहले कंपनी ने अगस्त में किशोर बियाणी के फ्चूयर ग्रुप के रिटेल और लॉजिस्टिक कारोबार को 3.38 अरब डॉलर में खरीदने की घोषणा की थी।
मई में, रिलायंस ने ऑनलाइन ग्रॉसरी सर्विस JioMart को लॉन्च किया है। 2006 में स्थापित रिलायंस रिटेल देश के सबसे बड़े और तेजी से आगे बढ़ने एवं सबसे फायदेमंद रिटेल बिजनेस का परिचालन करती है। इसके पूरे देश में 12000 रिटेल स्टोर हैं, जहां वार्षिक 64 करोड़ लोग आते हैं।
रिलायंस एंटरप्राइजेज में केकेआर का यह दूसरा निवेश है। मई, 2020 में केकेआर ने आरआईएल के डिजिटल सर्विस प्लेटफॉर्म जियो प्लेटफॉर्म में 11,367 करोड़ रुपए का निवेश करने की घोषणा की थी। 1976 में स्थापित केकेआर ने टेक्नोलॉजी सेक्टर के कारोबारों में निवेश किया है। इनमें बीएमसी सॉफ्टवेयर, बाइटडांस और गोजेक शामिल हैं।