नई दिल्ली। खरीफ मार्केटिग सीजन 2020-21 में चावल की सरकारी खरीद 500 लाख टन के करीब पहुंच सकती है। केंद्रीय उपभोक्ता, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने सोमवार को ये अनुमान दिया है। खाद्य मंत्रालय ने कहा कि आगामी खरीफ मार्केटिंग सीजन 2020-21 में चावल की सरकारी खरीद 495.37 लाख टन होने का अनुमान है। मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, इससे पहले खरीफ मार्केटिंग सीजन 2019-20 में धान की वास्तविक खरीद (चावल के रूप में) 420.22 लाख टन हुई थी, जो कि एक रिकॉर्ड है। ऐसे में पूरी संभावना है कि आगामी सीजन में चावल की सरकारी खरीद का एक नया रिकॉर्ड बन सकता है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव की अध्यक्षता में 11 सितंबर को राज्यों के खाद्य सचिवों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए एक बैठक हुई, जिसमें आगामी खरीफ विपणन वर्ष चावल की खरीद की व्यवस्था पर चर्चा हुई। बयान में कहा गया है कि आगामी खरीफ सीजन में चावल की खरीद 495.37 लाख टन होने का अनुमान है जोकि पिछले साल से 19.07 फीसदी अधिक है।
मंत्रालय की जानकारी के अनुसार, वर्ष 2020-21 में सबसे ज्यादा बढ़त तमिलनाडु और महाराष्ट्र में देखने को मिल सकती है। यहां सरकारी खरीद में 100 फीसदी से ज्यादा की बढ़त होने का अनुमान है जबकि मध्यप्रदेश, तेलंगाना, बिहार और झारखंड में पिछले साल के मुकाबले खरीद में 50 फीसदी से ज्यादा की बढोतरी देखने को मिल सकती है। वहीं पंजाब में चावल की खरीद का अनुमान 113 लाख टन रह सकता है। इसके अलावा बाकी राज्यों में छत्तीसगढ़ में 60 लाख टन, तेलंगाना में 50 लाख टन, हरियाणा में 44 लाख टन, आंध्रप्रदेश में 40 लाख टन, उत्तर प्रदेश में 37 लाख टन और ओडिशा में 37 लाख टन चावल की सरकारी खरीद होने का अनुमान है।