मुंबई। तमिलनाडु के कलपक्कम में विकसित हो रहा 500 मेगावॉट का देश का पहला स्वदेशी प्रोटोटाइप फास्ट ब्रीडर रिएक्टर अगले साल से पूरी तरह से काम करने लगेगा। इस परियोजना के पहले 2012 में शुरू होने की संभावना थी लेकिन तब से अब तक इसकी शुरुआत की कई मियाद बीत चुकी है।
परमाणु ऊर्जा विभाग के सचिव शेखर बसु ने वियना में आयोजित अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के 62वें सम्मेलन के दौरान कहा, “देश में विकसित 500 मेगावॉट की प्रोटोटाइप फास्ट ब्रिडर रियेक्टर की सोडियम कमीशनिंग का काम चल रहा है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि यह अगले साल से पूरी तरह से काम करना शुरू कर देगा।”
भारतीय नाभिकीय विद्युत निगम (भाविनी) को देश में फास्ट ब्रीडर रिएक्टर के विकास की जिम्मेदारी दी गयी है। डीएई की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि 2030 तक 21 रिएक्टर के निर्माण की भारत की योजना सही दिशा में आगे बढ़ रही है।