नई दिल्ली। इस बार मानसून के देर तक बने रहने से अधिकांश राज्यों में भारी बारिश के कारण प्याज और टमाटर की फसल को नुकसान पहुंचा है। प्याज और टमाटर ऐसी दो मुख्य सब्जी फसल हैं, जिनके बिना भारतीय रसोई में कोई खाना नहीं पकता। देश की राजधानी दिल्ली में पिछले एक सप्ताह के दौरान टमाटर का भाव 70 प्रतिशत तक उछल चुका है।
दिल्ली-एनसीआर में टमाटर बीते कुछ दिनों से खुदरा में 40-60 रुपए प्रति किलो की दर से बिकने लगा है और आने वाले दिनों में कीमतों में और इजाफा होने की संभावना जताई जा रही है। दिल्ली ही नहीं, पूरे देश में टमाटर की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है।
लेकिन भारतीय परिवारों को टमाटर की बढ़ती कीमतों से परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि जापान की नंबर वन टोमेटो कंपनी कगोमे फूड्स की पूर्ण स्वामित्व वाली कगोमे फूड्स इंडिया प्राकृतिक और कस्टोमाइजेबल पेशकश के साथ भारतीय परिवारों के लिए प्रोसेस्ट टमाटर उत्पादों की संपूर्ण श्रृंखला को लेकर आया है।
कंपनी के पास प्रीजर्वेटिव-फ्री टोमेटो प्रोडक्ट्स की श्रृंखला है, जिसमें क्रश्ड टमाटर, टोमेटो प्यूरी, टोमेटो सूप बेस, टोमेटो मखनी ग्रेवी बेस और इटालियन पिज्जा पास्ता सॉस शामिल हैं। कगोमे फूड्स इंडिया के एमडी रोहित भाटला ने बताया कि कगोमे फूड्स इंडिया एक टोमेटो सॉल्यूशंस कंपनी है, जो भारतीय फूड सर्विस को नेचूरल और कस्टोमाइजेबल बेस सॉल्युशन उपलब्ध कराती है।
भाटला के मुताबिक भारतीय टोमेटो प्रोसेसिंग मार्केट वर्तमान में मजबूत वृद्धि से आगे बढ़ रहा है। चीन के बाद भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक देश है और कुल वैश्विक टमाटर उत्पादन में इसकी हिस्सेदारी लगभग 11 प्रतिशत है। देश में पैदा होने वाले टमाटर की फसल के एक बड़ा हिस्सा ताजा रूप में उपभोग हो जाता है और शेष को टोमेटो पेस्ट, टोमेटो जूस, टोमेटो सॉस और टोमेटो केचअप के रूप में प्रोसेस्ड किया जाता है।
भटाला ने बताया कि टमाटर की गुणवत्ता और पैदावार बढ़ाने के लिए कंपनी किसानों के साथ मिलकर काम कर रही है और टिकाऊ कृषि प्रबंधन के लिए उन्हें शिक्षित कर रही है। कगोमे फूड्स इंडिया में जापानी गुणवत्ता मानकों के अनुरूप उत्पादों को अच्छी विनिर्माण प्रथाओं के तहत तैयार किया जाता है। कगोमे फूड्स के प्रोसेस्ट टोमेटो उत्पाद साल भर आपकी रसोई में एक दाम पर टमाटर बेस को उपलब्ध कराती है, ताकि जब बाजार में टमाटर के दाम आसमान छू रहे हैं तो आपको इसकी चिंता बिल्कुल भी न सता पाए।