नई दिल्ली। भारत में डाटा सेंधमारी की घटनाएं वैश्विक औसत से अधिक होती हैं। रक्षा तकनीक बनाने वाली कंपनी थेल्स के एक ताजा सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है। थेल्स ई-सिक्यूरिटी के दक्षिण एशिया बिक्री निदेशक जेम्स कुक ने थेल्स डाटा थ्रेट रिपोर्ट 2018 जारी करते हुए बताया कि 52 प्रतिशत भारतीयों ने पिछले साल डाटा में सेंधमारी किए जाने की बात स्वीकार की है। यह वैश्विक औसत 36 प्रतिशत से अधिक है।
राफेल विमान की वेंडर कंपनी थेल्स ने अक्टूबर-नवंबर 2017 में दुनिया भर के 1200 वरिष्ठ सूचना प्रौद्योगिकी सुरक्षा प्रबंधकों के बीच सर्वे किया, जिसमें 100 भारतीय भी शामिल थे।
डाटा सुरक्षा ढांचे पर श्रीकृष्ण समिति की बैठक इसी सप्ताह
भारतीय यूजर्स के डाटा सुरक्षा पर एक उच्चस्तरीय समिति की बैठक इसी सप्ताह होगी। न्यायूमर्ति बीएन श्रीकृष्ण समिति की बैठक बुधवार को बुलाई गई है, जिसमें डाटा सुरक्षा के लिए रूपरेखा पर विचारविमार्श होगा।
समिति के सदस्यों का कहना है कि डाटा गोपनीयता पर भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (टाई) की हालिया सिफारिशों पर भी विचार किया जा सकता है। ट्राई ने पिछले सप्ताह दूरसंचार क्षेत्र में डाटा गोपनीयता, सुरक्षा और स्वामित्व पर अपनी सिफारिशें दी थीं। इसमें ट्राई ने कहा था कि उपभोक्ता हितों के संरक्षण के लिए डाटा सुरक्षा कानून आने तक मोबाइल उपकरणों, एप और ब्राउजर पर भी समान नियम लागू होने चाहिए।
दूरसंचार सचिव अरुणा सुंदरराजन ने पिछले सप्ताह कहा था कि दूरसंचार विभाग अपने दायरे में आने वाली ट्राई की सिफारिशों पर विचार करेगा, जबकि अन्य पर श्रीकृष्ण समिति विचार करेगी। इसके बाद ही डाटा सुरक्षा कानून तैयार किया जाएगा।