नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेत्री जूही चालवा ने 5G वायरलेस नेटवर्क के खिलाफ कोर्ट पहुंच गई। अभिनेत्री ने 5G के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। जूही चावला का कहना है कि यदि दूरसंचार उद्योग की योजनाएं पूरी होती हैं तो पृथ्वी पर कोई भी व्यक्ति, कोई जानवर, कोई पक्षी, कोई कीट और कोई भी पौधा इसके प्रभाव से नहीं बच सकेगा। कोर्ट में अब इस मामले की सुनवाई 2 जून को होगी।
पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया पर ऐसे संदेशों की भरमार है, जिनमें कोरोना के लिए 5G की टेस्टिंग को जिम्मेदार बताया गया है। इन संदेशों में कहा जा रहा है कि 5G टावरों की टेस्टिंग से निकलने वाला रेडिएशन हवा को जहरीला बना रहा है, इसलिए लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। वायरल मैसेज में सरकार से टेस्टिंग पर तुरंत रोक लगाने की मांग भी की गई है। हालांकि कोरोना महामारी को लेकर फैलाई जा रही इन खबरों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट में जवाब दिया था। WHO की रिपोर्ट में ऐसे सभी दावों को फर्जी बताया था।
5G में यूजर्स को ज्यादा स्पीड, कम लेटेंसी और ज्यादा फ्लेक्सिबिलिटी देखने को मिलेगी इसी को लेकर भारत में टेलीकॉम कंपनियों द्वारा इसका ट्रायल चल रहा है। स्पीड के अलावा भी 5G कई जगह काम आने वाला है. इससे कनेक्टिविटी भी काफी बढ़िया होने वाला है. 5G टेक्नोलॉजी से ड्राइवरलेस कार, हेल्थकेयर, वर्चुअल रियल्टी, क्लाउड गेमिंग के लिए भी नए रास्ते खोलेगा. Qualcomm के अनुसार 5G अभी तक 13.1 ट्रिलियन डॉलर ग्लोबल इकोनॉमिक आउटपुट दे चुका है।