नई दिल्ली। जेएसडब्ल्यू स्टील ने सोमवार को राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) को बताया कि वह भूषण पावर एंड स्टील लिमिटेड (बीपीएसएल) की समाधान प्रक्रिया से पीछे नहीं हट रही है। हालांकि, बीपीएसएल के पूर्व प्रवर्तकों द्वारा की गई कथित धोखाधड़ी की खबरों को लेकर वह चिंतित जरूर है। जेएसडब्ल्यू स्टील के वकील ने एनसीएलटी को बताया कि वह धोखाधड़ी की खबरों को लेकर चिंतित है और यह जानना चाहती है कि कंपनी में क्या चल रहा है।
न्यायमूर्ति एम एम कुमार की अध्यक्षता वाली दो सदस्यीय एनसीएलटी पीठ ने भूषण पावर के समाधान पेशेवर को जेएसडब्ल्यू स्टील को फॉरेंसिक रिपोर्ट की प्रति देने के लिए कहा है। एनसीएलटी ने कहा कि इन खबरों से भूषण पावर एंड स्टील लिमिटेड की दिवाला प्रक्रिया और जेएसडब्ल्यू की समाधान योजना पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
एनसीएलटी को जेएसडब्ल्यू की समाधान योजना पर कर्जदाताओं की मंजूरी पर फैसला लेना है। इससे पहले, चार फरवरी को राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) ने टाटा स्टील की याचिका को खारिज कर दिया था और कर्जदाताओं की समिति के जेएसडब्ल्यू की बोली को मंजूरी देने के फैसले को बरकरार रखा था।
जेएसडब्ल्यू स्टील ने बीपीएसएल के लिए अपनी बोली को 11,000 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 18,000 करोड़ रुपए किया था और बाद में इसे बढ़ाकर 19,000 करोड़ रुपए से अधिक कर दिया था। वहीं टाटा स्टील की ओर से आखिरी पेशकश 17,000 करोड़ रुपए की गई। इसके बाद टाटा स्टील ने अपनी बोली में संशोधन करने से इनकार कर दिया।
उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह इलाहाबाद बैंक ने भारतीय रिजर्व बैंक को भूषण पावर एंड स्टील द्वारा 1,774 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी किए जाने की सूचना दी थी। इससे पहले पंजाब नेशनल बैंक ने भी भूषण पावर एंड स्टील लिमिटेड द्वारा 3,805.15 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की जानकारी दी है। इस संबंध में सीबीआई पहले ही शिकायत दर्ज कर चुकी है जिसमें कई अन्य बैंकों के नाम हैं।