नयी दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की महंगाई से आम जनता परेशान है, वहीं सरकार भी कीमतों को काबू में लाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है। इस बीच पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को कहा कि सऊदी अरब और अन्य देशों से बेहतर कीमत पर कच्चे तेल का आयात करने के लिए भारत सरकार सार्वजनिक उपक्रमों और निजी क्षेत्र की रिफाइनरी कंपनियों को एक साथ लाने पर विचार कर रही है।
पुरी ने कहा कि देश इस समय ईंधन की रिकॉर्ड कीमतों से जूझ रहा है, और ऐसे में संयुक्त खरीद से बेहतर मोलतोल की ताकत आएगी तथा आयात बिल में कटौती करने में मदद मिलेगी। मंत्री ने कहा कि उनके मंत्रालय के सचिव ने इस संबंध में सार्वजनिक और निजी रिफाइनरियों के साथ एक बैठक की है। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं बैठक के नतीजे से बहुत उत्साहित हूं। परिणाम अनुकूल रहेगा।’’
तेल पर टैक्स से वैक्सीन और मुफ्त भोजन
पेट्रोल और डीजल की आसमान छूती कीमतों से राहत के लिए करों में कटौती की विपक्ष दलों द्वारा मांग के बीच तेल मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को कहा कि इस कर की मदद से महामारी के दौरान लाखों लोगों को मुफ्त कोविड-19 वैक्सीन दी गई, मुफ्त भोजन और रसोई गैस का इंतजाम किया गया तथा कई अन्य सरकारी योजनाओं के वित्त पोषण किया गया। उन्होंने कहा कि इस तरह के उपकर को कम करने की मांग अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने जैसी है। मंत्री ने कहा कि घरेलू दरें अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों से जुड़ी हुई हैं, जो कई कारणों से बढ़ी है, जिसे समझने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण, निशुल्क खाद्यान्न, उज्ज्वला योजना जैसी कल्याणकारी योजनाओं का वित्त पोषण पेट्रोलियम उत्पादों पर केंद्र द्वारा लगाए गए 32 रुपये प्रति लीटर के उत्पाद शुल्क से किया गया।