मुंबई। टाटा मोटर्स अपनी ब्रिटेन की इकाई जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) की बिक्री में लगातार कमी और बढ़ते घाटे के मद्देनजर चीन में भागीदारों की तलाश कर रही है ताकि समूह के मुनाफे पर पड़ रहे वित्तीय दबाव को कम किया जा सके। टाटा मोटर्स के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने यह बात कही है।
कंपनी की सालाना आम बैठक में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए चंद्रशेखरन ने कहा कि वाहन क्षेत्र ऐसा है जिसमें कंपनी नकदी के प्रवाह के बिना काम नहीं कर सकती। इस कारोबार में उत्पाद एवं प्रौद्योगिकी विकास के लिए लगातार निवेश करना पड़ता है। चंद्रशेखरन ने कहा कि ब्रेक्जिट के अंतिम नतीजे से अधिक कंपनी को इंग्लैंड और यूरोपीय महाद्वीप के बाजार की अनिश्चितता अधिक प्रभावित कर रही है। वहीं से जेएलआर सालाना आधार पर लाखों कलपुर्जों की खरीद करती है।
उन्होंने शेयरधारकों को संबोधित करते हुए कहा कि इस मौजूदा संकट से निपटने का एकमात्र उपाय भारी निवेश है, जो कि भागीदारी के जरिये आएगा। इसको लेकर काफी विचार विमर्श चल रहा है और हम तब तक उनका आकलन करेंगे जब तक कि यह टाटा मोटर्स के हित में होगा।
हम इस तरह की भागीदारी करेंगे, जिससे निवेश के मुद्दे को हल किया जा सके। यहां उल्लेखनीय है कि जेएलआर में संकट की वजह से टाटा मोटर्स का मुनाफा पिछली लगातार तीन तिमाहियों से घट रहा है। कभी जेएलआर टाटा मोटर्स के लिए दुधारू गाय होती थी।