नई दिल्ली। टाटा मोटर्स के स्वामित्व वाली जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) को उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष की शेष अवधि में सेमीकंडक्टर संकट को लेकर स्थिति में धीरे-धीरे सुधार आएगा। ब्रिटेन की बहुराष्ट्रीय वाहन कंपनी वैश्विक स्तर पर सेमीकंडक्टर की कमी से अपने परिचालन पर प्रभाव को सीमित रखने के लिए कदम उठा रही है। वाहन कंपनी ने सितंबर, 2021 में समाप्त तिमाही और छमाही के लिए अपनी अंतरिम रिपोर्ट में कहा है कि आगे चलकर सेमीकंडक्टर संकट की स्थिति क्या रहेगी इसका अनुमान लगाना कठिन है। ‘‘जेएलआर को उम्मीद है कि वित्त वर्ष की दूसरी छमाही के बाद स्थिति में धीरे-धीरे सुधार आएगा।’’ रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘सेमीकंक्टर की आपूर्ति अभी समस्या है, लेकिन कंपनी इस स्थिति से निपटने के लिए कदम उठा रही हैं। कंपनी ऊंचे मार्जिन वाले वाहनों के उत्पादन को प्राथमिकता दे रही है और लागत का नजदीकी से प्रबंधन कर रही है।’’
रिपोर्ट में कहा गया है कि जगुआर लैंड रोवर भविष्य में अपने वाहनों के लिए सेमीकंडक्टर की आपूर्ति को नियंत्रण में लाने के उपाय कर रही है। कोवेंट्री मुख्यालय वाली कंपनी ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था कोविड-19 महामारी के प्रभाव से अब उबर रही है, लेकिन हाल के समय में विशेषरूप से दक्षिणपूर्व एशिया में संक्रमण फिर फैलने से आपूर्ति पर प्रभाव पड़ा है। इसके अलावा वित्तीय बाजार तो ऊपर जा रहे हैं लेकिन आर्थिक गतिविधियों से मुद्रास्फीतिक दबाव बढ़ रहा है। जिंस, बिजली, ढुलाई और मजदूरी जैसे कई क्षेत्रों पर मुद्रास्फीतिक दबाव का असर देखा जा रहा है। कंपनी ने कहा कि सेमीकंडक्टर की कमी की वजह से ज्यादातर बाजारों में यात्री कारों की आपूर्ति प्रभावित हुई है।