मुंबई। रिलायंस इंडस्ट्रीज की सोमवार को आयोजित हुई 42वीं आम सभा में माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला भी नजर आए। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये एजीएम को संबोधित किया। रिलायंस जियो ने देश में डिजिटल क्रांति की गति को तेज करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट के साथ एक दीर्घकालिक करार करने की घोषणा की। इस करार के तहत देश में नए क्लाउड डेटा केंद्रों की स्थापना की जाएगी।
रिलायंस जियो ने स्टार्टअप्स के लिए क्लाउड सर्विस एकदम मुफ्त में देने और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों को 1500 रुपए प्रति माह की न्यूनतम दर पर सेवाएं उपलब्ध कराने की घोषणा की है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो देशभर में एज कम्प्यूटिंग और सामग्री (कंटेंट) वितरण नेटवर्क की स्थापना कर रहा। जियो-माइक्रोसॉफ्ट करार के बारे में उन्होंने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट के अजूर क्लाउड प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हुए जियो देशभर में बड़े विश्वस्तरीय डेटा केंद्रों का नेटवर्क स्थापित करेगी।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये एजीएम को संबोधित करते हुए सत्या नडेला ने कहा कि जियो-माइक्रोसॉफ्ट ने हाथ मिलाया है। दोनों कंपनियां मिलकर Office 365 को पेश करेंगी। इस तरह मॉडर्न वर्कप्लेस के साथ कंपनियां अपने कर्मचारियों को सशक्त बना पाने में सक्षम होंगी।
इस साझेदारी के जरिये जियो, माइक्रोसॉफ्ट के अजूर क्लाउड प्लेटफॉर्म का फायदा उठाते हुए नवोन्मेषी क्लाउड समाधान विकसित करेगी, जिसमें भारतीय व्यवसायों की जरूरतों पर ध्यान दिया जाएगा।
जियो इसके अलावा देश भर में अगली पीढ़ी की कम्यूटिंग, स्टोरेज और नेटवर्किंग क्षमताओं से युक्त डाटा सेंटर भी स्थापित करेगी और माइक्रोसॉफ्ट जियो की पेशकश को समर्थन देने के लिए इन डाटा सेंटरों में अपने अजूर प्लेटफॉर्म की तैनाती करेगी।
शुरुआत में डेटा सेंटरों की स्थापना गुजरात और महाराष्ट्र में की जाएगी और इसके आईटी उपकरण 7.5 मेगावॉट बिजली की खपत करने वाले होंगे। इन्हें साल 2020 तक पूरी तरह से चालू करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इसके अलावा जियो माइक्रोसॉफ्ट 365 पर उपलब्ध क्लाउड आधारित उत्पादकता और भागीदारी टूल्स के लिए अपने आंतरिक कार्यबल को प्रदान करेगी और अपने नॉन नेटवर्क एप्लिकेशनों का माइक्रोसॉफ्ट अजूर क्लाउड पर स्थानांतरण करेगी।