नई दिल्ली। डिस्कवरी चैनल द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बियर ग्रिल्स के साथ एपिसोड को शूट करने से उत्तराखंड में स्थित जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क को 1.26 लाख रुपए की कमाई हुई है। मैन वर्सेस वाइल्ड डिस्कवरी का बहुल ही लोकप्रिय कार्यक्रम है और प्रधानमंत्री मोदी के साथ बियर ग्रिल्स का एपिसोड 12 अगस्त को रात 9 बजे प्रसारित किया गया।
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के डायरेक्टर ने बताया कि 1.26 लाख रुपए की राशि में प्रवेश शुल्क और डिस्कवरी क्रू के रुकने का खर्च शामिल है। शूट के दौरान क्रू सदस्य नेशनल पार्क के बीहड़ स्थानों पर भी गएं, जिसमें कालगढ़, ढिकाला, सांभर रोड, गेठिया और खिनानौली शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मैन वर्सेस वाइल्ड में बियर ग्रिल्स के साथ मिलकर नदी के ठंडे पानी में जुगाड़ से बनी नाव पर सवारी की और इस एडवेंचर के माध्यम से प्रकृति संरक्षण जैसे मुद्दों को आगे बढ़ाया। ग्रिल्स का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी बेहद ऊर्जावान और उत्साही हैं। इस दौरान ग्रिल्स ने मजाक किया कि आप भारत के सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं और मेरा काम आपको जीवित रखना है।
शो के मेजबान और मेहमान के बीच बातचीत के दौरान मोदी ने कहा कि लोगों के सपने पूरे करने से उन्हें खुशी मिलती है और उनका पूरा ध्यान विकास पर है। एक सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे पद का नशा कभी मेरे सिर पर नहीं चढ़ता।
इससे पहले ग्रिल्स अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ भी शो कर चुके हैं। शो के दौरान मेजबान ने प्रधानमंत्री मोदी से उनके बचपन, बतौर प्रधानमंत्री उनके सपने, जीवन में किसी चीज या बात से उन्हें कभी डर लगा या नहीं और क्या वह राजनीतिक रैलियों से पहने नर्वस महसूस करते हैं जैसी बातें की।
मोदी ने कहा कि अगर मुझे आज की युवा पीढ़ी से कुछ कहना होगा तो मैं कहूंगा कि हमें अपने जीवन को टुकड़ों-टुकड़ों में बांट कर नहीं देखना चाहिए। जब हम अपने जीवन में समग्र में देखते हैं जो उसमें उतार-चढ़ाव दोनों होता है। अगर आप उतार पर हैं तो उसके बारे में ज्यादा मत सोचिए, क्योंकि ऊपर चढ़ने का रास्ता वहीं से शुरू होता है।
ग्रिल्स ने कहा कि आप इतिहास के पहले प्रधानमंत्री होंगे जिन्होंने जुगाड़ वाली नाव पर बैठ कर नदी पार की है। शो में मोदी ने प्रकृति प्रेम के साथ जीवन, सिर्फ अपने फायदे के लिए प्रकृति का दोहन नहीं करने और उसे आने वाली पीढ़ी के लिए धरोहर छोड़कर जाने जैसे विषयों पर बात की।
मोदी ने कहा कि उन्होंने किशोर वय में ही घर छोड़ दिया था और बहुत समय हिमालय में गुजारा। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं अपने जीवन का फैसला करना चाहता था। लेकिन उससे पहले मैं दुनिया को समझना चाहता था। मैं आध्यात्मिक दुनिया को देखना चाहता था। उसके लिए मैं हिमालय गया। मुझे प्रकृति से प्रेम है। मैं हिमालय में लोगों से मिला, उनके साथ रहा। वह बहुत सुन्दर अनुभव है और मैंने वहां लंबा समय गुजारा। ग्रिल्स के सवालों पर मोदी ने तालाब से मगरमच्छ का बच्चा पकड़कर घर लाने का किस्सा भी सुनाया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरी मां ने मुझसे कहा कि यह गलत है। आप ऐसा नहीं कर सकते। आपको ऐसा नहीं करना चाहिए, इसे वापस छोड़कर आएं। मैं उसे छोड़ने वापस चला गया।