नई दिल्ली। दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में दूसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट ग्रेटर नोएडा के जेवर में बनने का रास्ता अब बिल्कुल साफ हो गया है। शनिवार को एविएशन मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय ने जेवर में प्रस्तावित इंटरनेशनल एयरपोर्ट की योजना को अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है।
उन्होंने बताया कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट अगले 10-15 सालों में हर साल 3 से 5 करोड़ यात्रियों का प्रबंधन करेगा। यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी ने नोएडा एयरपोर्ट के लिए 3,000 हेक्टेयर जमीन को अधिसूचित किया है। पहले चरण में केवल 1000 हेक्टेयर का ही विकास किया जाएगा। राजू ने बताया कि इस प्रोजेक्ट पर 20,000 करोड़ रुपए का निवेश होने की उम्मीद है।
यह नया एयरपोर्ट दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट की भीड़ को कम करने में मदद करेगा। दिल्ली एयरपोर्ट टर्मिनल प्रतिवर्ष 6.2 करोड़ यात्रियों को हैंडल कर सकता है। 2016-17 में यहां 5.77 करोड़ यात्री आए। राजू ने कहा कि हमें उम्मीद है कि 2020 तक दिल्ली में यात्रियों की संख्या बढ़कर 9.1 करोड़ और 2024 तक 10.9 करोड़ पर पहुंच जाएगी। एनसीआर में दूसरा एयरपोर्ट जेवर में स्थापित करने का सबसे पहले प्रस्ताव पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने 2002 में दिया था।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश का होगा आर्थिक विकास
उत्तर प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने शनिवार को केंद्र सरकार के इस फैसले पर कहा कि इस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बन जाने से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों का आर्थकि विकास होने, पर्यटन को बल मिलने और रोजगार व व्यवसाय के अवसर बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि नोएडा में बनने वाले इस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से पश्चिम उार प्रदेश के आगरा, मथुरा, वृन्दावन, मुजफ्फरनगर, मेरठ, अलीगढ़, बुलंदशहर तथा मुरादाबाद सहित एनसीआर क्षेत्र में आर्थकि विकास होने, साथ ही पर्यटन, रोजगार और व्यवसाय के अवसर बढ़ने की उम्मीद है।
ग्रेटर नोएडा के रियल एस्टेट क्षेत्र में आएगी नई जान
गौड़ संस के एमडी और क्रेडाई (नेशनल) के उपाध्यक्ष मनोज गौड़ का कहना है कि यह प्रोजेक्ट एनसीआर के रियल एस्टेट क्षेत्र में एक नई उम्मीद के तौर पर देखा जा सकता है। इस प्रोजेक्ट के शुरू होने से पूरे एनसीआर के रियल एस्टेट में बदलाव देखने को मिलेगा, खासतौर से इसका प्रभाव ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे, नोएडा, गाजियाबाद और आगरा पर भी ज्यादा दिखेगा। यह नया एयरपोर्ट पूरे एनसीआर के क्षेत्र को गति देगा और यहां सुस्त पड़े प्रोजेक्टों में नई जान फूंकेगा।
गुलशन होम्स के निदेशक व क्रेडाई (पश्चिमी उप्र) के अध्यक्ष दीपक कपूर का कहना है कि यह परियोजना एनसीआर के तमाम शहरों को ग्रेटर नोएडा, आगरा, यमुना एक्सप्रेसवे के जरिये जोड़ेगा। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कन्नौज, कानपुर नगर, उन्नाव, हरदोई और लखनऊ के मुख्य जिलों से लिंक होगा। इस परियोजना से आर्थिक उन्नयन के साथ-साथ रोजगार के अवसर को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके कारण ग्रेटर नोएडा में विभिन्न ऑफिस एवं आवासीय संपत्तियों की मांग बढ़ेगी।