नई दिल्ली। नरेश गोयल द्वारा प्रमोटेड जेट एयरवेज को पायलटों की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। सूत्रों का कहना है कि एयरलाइन तेजी से बढ़ते घरेलू बाजार में अपनी क्षमता का तेजी से विस्तार कर रही है, लेकिन उसके पास पायलटों की भारी कमी है।
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उड़ानों में भी हुई देरी
- सूत्रों ने कहा कि हाल के समय में जेट एयरवेज की काफी उड़ानों में उड़ान क्रू की कमी की वजह से देरी हुई है।
- मुंबई मुख्यालय वाली पूर्ण सेवाप्रदाता घरेलू परिचालन के मामले में बजट एयरलाइन इंडिगो के बाद दूसरे नंबर पर है।
- अपनी विंटर टाइम-टेबल के अनुसार, जेट एयरवेज की योजना 3,010 साप्ताहिक उड़ानों की है।
- वहीं उसकी सब्सिडियरी जेटलाइट की सप्ताह में 507 उड़ानों की योजना है।
- यह समय-सारिणी पिछले महीने से लागू हुई है।
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जेट को 200 और पायलटों की है जरूरत
- सूत्रों ने बताया कि जेट एयरवेज को अपने परिचालन को बिना किसी अड़चन के आगे बढ़ाने के लिए कम से कम 200 और पायलटों की जरूरत है।
- फिलहाल इस एयरलाइन के पास 1,200 पायलट हैं।
- उसके बेड़े में बोइंग 777, B 737, एयरबस A 330 और ATR कुल 102 विमान हैं।
- एयरलाइन के बेड़े में दो-तिहाई विमान बी 737 हैं।