नई दिल्ली। हरियाणा में जाट आरक्षण आंदोलन का असर दिखना शुरू हो गया है। दिल्ली में पीने का पानी खत्म होने को है, वहीं आंदोलन के चलते परिवहन व्यवस्था चरमरा गई है। इसके कारण दिल्ली-एनसीआर में सब्जियों और दूध की सप्लाई पर गहरा असर पड़ा और कीमतें बढ़ गई हैं। सबसे बड़ी मंडी आजादपुर में टमाटर, फूलगोभी, गाजर और हरी पत्तियों वाली सब्जियों की थोक कीमत शनिवार को 100 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ गई। थोक बाजार में कीमतों में आई उछाल के कारण रिटेल में सब्जियां 25-30 फीसदी तक महंगी हो गई हैं।
सब्जियों और दूध की सप्लाई ठप
हरियाणा से सब्जियों और दूध की सप्लाई में 10 से 15 फीसदी की कमी आई है। आजादपुर मंडी के अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने बताया कि अगर विरोध प्रदर्शन जारी रहता है तो दिल्ली में सब्जियों की सप्लाई पर बुरा असर पड़ेगा और इसकी कीमत आम लोगों को चुकानी पड़ेगी। प्रदर्शन के कारण परिवहन व्यवस्था बाधित होने से दिल्ली-एनसीआर में दूध की मांग को यूपी की बढ़ी हुई आपूर्ति से पूरा किया जा रहा है। प्रमुख दूध उत्पादक कंपनी अमूल ने पहले ही रोहतक प्लांट को बंद कर दिया है जहां पांच लाख लीटर प्रतिदिन दूध उत्पादन क्षमता है। जबकि क्वालिटी लिमिटेड ने कहा कि उसने अपने सिरसा व फतेहाबाद चीलिंग सेन्टर से दूध संग्रहण का काम रोक दिया है।
दिल्ली में पानी की किल्लत का खतरा
शनिवार को दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली के पास सिर्फ रविवार तक का पानी बचा है। उन्होंने कहा कि रविवार सुबह के बाद दिल्ली सरकार पानी सप्लाई करने में सक्षम नहीं होगी। दरअसल आंदोलनकारियों ने हरियाणा से दिल्ली पानी आने वाले कैनाल को डायवर्ट कर दिया है। दिल्ली को हरियाणा रोजाना 1 हजार 85 क्यूसिक पानी सप्लाई करता है।