नई दिल्ली। देश के सभी परिवारों को बैंकिंग सेवाओँ से जोड़ने के लिए शुरू की गई 'जनधन योजना' के खातों में कुल जमा राशि 80,000 करोड़ रुपये ऊपर पहुंच गयी है। इस वित्तीय समावेशन कार्यक्रम से उत्तरोत्तर अधिकाधिक लोगों के जुड़ने से इन खातों में जमा में तेजी आई। वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार जनधन खाते में कुल जमा राशि 11 अप्रैल 2018 को बढ़कर 80,545.70 करोड़ रुप हो गयी थी। मार्च 2017 के बाद से इसमें निरंतर तेजी जारी है।
प्रधानमंत्री जन-धन योजना खाते उस समय भी चर्चा में आए जब नोटबंदी के दौरान इसमें से बहुत से खातों मोटी रकम जमा कराई गयी। नवंबर 2016 के अंत में जनधन खातों में जमा रकम बढ़कर 74,000 करोड़ से अधिक हो गयी थी, जो कि उस महीने के शुरू में करीब 45,000 करोड़ रुपये थी। उस दौरान लोगों ने बड़ी मात्रा में इन खातों में 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोट जमा किए थे। उसके बाद मार्च 2017 से पहले इन खातों में जमा में गिरावट देखी गई। दिसंबर 2017 में जमा बढ़कर 73,878.73 करोड़ रुपये, फरवरी 2018 में 75,572 करोड़ रुपये और मार्च महीने में बढ़कर 78,494 करोड़ रुपये हो गयी। जमा के साथ ही जनधन कार्यक्रम से जुड़ने वालों की संख्या भी बढ़ी है।
11 अप्रैल 2018 को खातों की संख्या बढ़कर 31.45 करोड़ हो गयी, जो कि 2017 की शुरुआत में 26.5 करोड़ थी। 9 नवंबर 2016 को जनधन खातों की संख्या 25.51 करोड़ रुपये थी। केंद्र सरकार ने 28 अगस्त 2014 को जनधन योजना की शरुआत की थी जिसका मकसद देश के सभी परिवारों को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ना है।