बीजिंग। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भारत के बढ़ते बुनियादी क्षेत्र में निवेश के लिए चीनी कंपनियों को आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की इकलौती ऐसी अर्थव्यवस्था होगा, जो प्रतिकूल वैश्विक माहौल के समय में भी 7.5 और आठ फीसदी की दर से वृद्धि करेगा।
यहां इन्वेस्ट इन इंडिया कारोबारी मंच को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि निकट भविष्य में हम उस वृद्धि दर को बनाए रखेंगे, जो अभी हमारे पास है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा वैश्विक अर्थव्यवस्था की वृद्धि के नीचे जाने की बात का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, उम्मीद के अनुसार अगर इस साल मानसून अच्छा रहा तो हमारे पास इस वृद्धि दर को बेहतर करने की क्षमता है। यहां तक कि प्रतिकूल वैश्विक परिस्थितियों में भी हम संभावित तौर पर इकलौती ऐसी अर्थव्यवस्था होंगे, जो साढ़े सात फीसदी से ऊपर रहते हुए आठ फीसदी तक की दर बरकरार रखेगी।
उन्होंने कहा कि यदि वैश्विक माहौल अनुकूल होकर बेहतर के लिए बदला तो वह स्वयं नहीं कह सकते कि यह वृद्धि दर कहां पहुंचेगी। लेकिन उन्हें लगता है कि वैश्विक परिदृश्य ऐसा ही बना रहेगा। जेटली ने कहा कि ऐसे माहौल में भारत एक आकर्षित करने वाला स्थान है। क्योंकि इस तरह की आर्थिक गतिविधियां अगले कुछ दशकों तक जारी रहने वाली हैं।