नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में सीमित बढ़ोतरी से भारत को नुकसान नहीं होगा लेकिन बहुत ज्यादा उछाल से समस्या पैदा हो सकती है। उन्होंने कहा, जहां तक भारत का सवाल है निश्चित रूप तेल कीमतों का मौजूदा स्तर या अगर थोड़ा अधिक भी हो तो यह अनुकूल माहौल सृजित करता है। लेकिन अगर इसमें बहुत ज्यादा तेजी से बढ़ोतरी होती है तो हमारे लिए समस्या पैदा होगी। मैं इसको लेकर सचेत हूं। बुधवार को तेल कीमतों में 5.0 फीसदी की तेज आई, जो तीन सप्ताह में सबसे ज्यादा है।
जीडीपी ग्रोथ के बारे में जेटली ने कहा कि इस समय ग्लोबल स्थिति से भारत की वृद्धि को मदद नहीं मिल रही लेकिन। इसके अनुकूल होने पर भारत और तेजी से ग्रोथ दर्ज करेगा। उन्होंने कहा, हम जिन सीमाओं में काम कर रहे हैं, उसको लेकर मैं सचेत हूं। वैश्विक हालात निश्चित रूप से बहुत मददगार नहीं है। अधिकतर अर्थव्यवस्थाएं अपनी चुनौतियों का सामना कर रही हैं, भारत के लिए आशा की किरण यह है कि इस अनिश्चित माहौल में हम चीनी विनिर्माताओं के साथ बहुत ज्यादा जुड़े नहीं हैं, तेल की कम कीमत भारत के लिए अच्छी है।
अरूण जेटली ने कहा कि वृहत आर्थिक संकेतक युक्तिसंगत स्तर पर हैं और ब्याज दरें सही दिशा में आगे बढ़ रही हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में मजबूती बनाये रखने के लिये केंद्र सरकार ने खर्च बढ़ाया है और इसीलिए अंतरराष्ट्रीय निवेशक भारत को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिए अच्छी जगह मान रहे हैं। उन्होंने कहा, इन सभी कारकों के साथ बुनियादी ढांचा क्षेत्र में व्यय बढ़ने से ग्रोथ रेट 7.0 फीसदी से अधिक रहने की संभावना है जो हमने पिछले दो साल में बनाये रखी है।