नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि मौजूदा केंद्र सरकार के 4 साल के कार्यकाल के दौरान देश की आर्थिक ग्रोथ में तेजी आई है। वित्त मंत्री ने रविवार को एक फेसबुक पोस्ट के जरिए IMF की रिपोर्ट का हवाला देते हुए यह जानकारी दी है।
उन्होंने IMF की 2014 और 2018 में भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर पेश की गई अलग-अलग रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए कहा है कि 4 साल पहले की रिपोर्ट में IMF ने भारत में ज्यादा महंगाई दर, ज्यादा चालू खाते का घाटा, ज्यादा वित्तीय घाटा, इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में ठहराव, पावर सेक्टर और प्राकृतिक संसाधनों के आबंटन को लेकर कहा था। पिछले 4 साल के दौरान देश काफी आगे बढ़ गया है, सिस्टम ज्यादा पारदर्शी और साफ हुआ है, सरकार ने कई तरह के सुधार किए हैं, निर्णय लेने की क्षमता ने देश की अर्थव्यवस्था को कई देशों के आगे पहुंचा दिया है।
जेटली ने 2018 में जारी IMF की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि आर्थिक स्थिरता के लिए सरकार जो नीतिया अपनाई और सुधार किए उनका असर दिखना अब शुरू हो गया है, 2016 में नोटबंदी और 2017 में GST की वजह से 2017-18 में आर्थिक ग्रोथ भले ही धीमी होकर 6.7 प्रतिशत रही हो लेकिन निवेश बढ़ने से अब रिकवरी हो रही है, 2017-18 में महंगाई दर घटकर 3.7 प्रतिशत रह गई थी जो करीब 17 साल में सबसे कम रही।
रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान भारत की GDP ग्रोथ बढ़कर 7.3 प्रतिशत और अगले वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। हालांकि रुपए में कमजोरी, कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी, फसलों के ज्यादा समर्थन मूल्य और हाउसिंग रेंट एलाउंस की वजह से महंगाई दर भी 2018-19 में बढ़कर 5.2 प्रतिशत तक पहुंच सकती है।