नई दिल्ली। संकट में फंसी कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स को चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में एकल आधार पर 148.10 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में उसे 1,095.02 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था।
कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि आलोच्य तिमाही के दौरान उसकी कुल आय पिछले वित्त वर्ष के 1,648.87 करोड़ रुपए की तुलना में कम होकर 1,139.21 करोड़ रुपए पर आ गई है। इस दौरान उसका कुल खर्च भी 2,770.93 करोड़ रुपए से कम होकर 1,276.16 करोड़ रुपए पर आ गया है।
आईडीएफसी का शुद्ध मुनाफा 24 प्रतिशत गिरा
निजी क्षेत्र के आईडीएफसी बैंक को चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 146.11 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा हुआ है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 191.26 करोड़ रुपए की तुलना में 23.60 प्रतिशत कम है।
बैंक ने बताया कि इस दौरान उसकी कुल आय पिछले वित्त वर्ष के 2585.07 करोड़ रुपए से 2.72 प्रतिशत गिरकर 2514.50 करोड़ रुपए पर आ गई है। इस दौरान उसकी संपत्ति की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। उसकी सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) पिछले वित्त वर्ष के 7.03 प्रतिशत की तुलना में कम होकर 5.62 प्रतिशत रह गई है। बैंक का शुद्ध एनपीए भी 2.57 प्रतिशत से सुधरकर 2.52 प्रतिशत पर आ गया है।
आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल को हुआ 452.10 करोड़ रुपए का लाभ
आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस को चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 452.10 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा हुआ, जो कि पिछले साल की इसी तिमाही के बराबर ही है। निजी क्षेत्र की इस बीमा कंपनी का शुद्ध लाभ एक साल पहले इसी अवधि में 450 करोड़ रुपए रहा था। इस दौरान कंपनी का सकल प्रीमियम 19.31 प्रतिशत बढ़कर 6,855.63 करोड़ रुपए हो गया। एक साल पहले इसी अवधि में यह 5,746 करोड़ रुपए रहा था।
आलोच्य तिमाही के दौरान कंपनी का नया बीमा प्रीमियम बढ़कर 1,933.94 करोड़ रुपए हो गया, जो कि एक साल पहले इसी अवधि में 1,780.88 करोड़ रुपए रहा था। कंपनी के नए कारोबार का मूल्य नौ माह की इस अवधि के दौरान 82.2 प्रतिशत बढ़कर 767 करोड़ रुपए हो गया। वर्ष 2016-17 में यह 421 करोड़ रुपए था। आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल लाइफ शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने वाली जीवन बीमा क्षेत्र की पहली कंपनी है।