Sunday, November 24, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. GST के 28 फीसदी के दायरे में आने वाली वस्‍तुओं और सेवाओं की घट सकती है संख्‍या, राजस्‍व सचिव ने दिए संकेत

GST के 28 फीसदी के दायरे में आने वाली वस्‍तुओं और सेवाओं की घट सकती है संख्‍या, राजस्‍व सचिव ने दिए संकेत

राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने कहा कि GST की सबसे ऊंची दर 28 प्रतिशत के अंतर्गत आने वाली वस्तुओं की संख्या कम की जाएगी।

Manish Mishra
Published on: October 17, 2017 9:14 IST
GST के 28 फीसदी के दायरे में आने वाली वस्‍तुओं और सेवाओं की घट सकती है संख्‍या, राजस्‍व सचिव ने दिए संकेत- India TV Paisa
GST के 28 फीसदी के दायरे में आने वाली वस्‍तुओं और सेवाओं की घट सकती है संख्‍या, राजस्‍व सचिव ने दिए संकेत

नई दिल्ली राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने कहा कि GST की सबसे ऊंची दर 28 प्रतिशत के अंतर्गत आने वाली वस्तुओं की संख्या कम की जाएगी। हालांकि, उन्होंने कहा कि कर दरों में और कटौती करने से पहले अधिकारियों की समिति इसका राजस्व पर पड़ने वाले प्रभाव का आकलन करेगी। यह पूछे जाने पर कि क्या GST परिषद 28 प्रतिशत कर की श्रेणी में आने वाली वस्तुओं की संख्या में कमी लाने पर विचार कर रही है, उन्होंने कहा कि इसमें दरों को विभिन्न श्रेणियों में रखे जाने की जरूरत है। ये दरें मुख्यत: उत्पाद शुल्क और वैट पर आधारित हैं।

यह भी पढ़ें : देश में बढ़ रहा है विभिन्न वस्तुओं का अवैध कारोबार, FMCG से लेकर शराब और वाहन कल-पुर्जे भी हैं शामिल : रिपोर्ट

देश में वस्‍तु एवं सेवा कर (GST) एक जुलाई से लागू हो चुका है। इसमें दो दर्जन से अधिक करों को समाहित किया गया है। सभी वस्तुओं और सेवाओं को चार स्तरीय GST दर 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत की श्रेणी में रखा गया है।

सीएनबीसी टीवी 18 के एक कार्यक्रम में अधिया ने कहा कि विभिन्न वस्तुओं और सेवाओं को विभिन्न कर श्रेणी में रखते समय GST परिषद ने केवल उत्पाद शुल्क और वैट दर पर विचार किया जो उन वस्तुओं पर लागू होती थी।

यह भी पढ़ें : नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने राजकोषीय प्रोत्साहन की वकालत की, आर्थिक वृद्धि को रफ्तार देने के लिए बताया जरूरी

उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से दरों को युक्तिसंगत बनाने की गुंजाइश है लेकिन यह तभी होगा जब फिटमेंट कमेटी राजस्व प्रभाव का विस्तृत आकलन करती है।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement