नयी दिल्ली। भारत की सबसे बड़ी सिगरेट बनाने वाली कंपनी ITC ने अपनी सभी फैक्ट्रियों में उत्पादन फिर से बंद कर दिया है। कंपनी ने कहा है कि 85 प्रतिशत चित्रात्मक चेतावनी के अनुपालन को पूरा करने तक उसके कारखाने बंद रहेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने इसी हफ्ते तंबाकू कंपनियों को बड़ी चित्रात्मक चेतावनी के नियम को लागू करने का निर्देश देते हुए मैन्युफैक्चरर्स की इसके क्रियान्वयन पर रोक की अपील को ठुकरा दिया। नए सिगरेट पैकेजिंग नियम एक अप्रैल से लागू हुए हैं।
4 मई से बंद किए कारखाने
ITC ने बंबई शेयर बाजार को भेजी सूचना में कहा कि इस बीच उसने 4 मई से सिगरेट कारखानों को बंद कर दिया है। कंपनी के ये कारखाने उस समय तक बंद रहेंगे जब तक कि वह इस नियम का अनुपालन नहीं कर लेती। पिछले महीने ITC ने अपने कारखानों में सिगरेट का विनिर्माण फिर शुरू कर दिया था। बड़ी चित्रात्मक चेतावनी के आदेश के विरोध में कंपनी ने एक अप्रैल को उत्पादन बंद किया था।
कर्नाटक हाइकोर्ट पर टिकी निगाहें
सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि तंबाकू कंपनियों को उस समय तक इन नियमों का पालन करना होगा जब तक कि इस बारे में कर्नाटक उच्च न्यायालय का निर्देश नहीं आ जाता। इस बारे में विभिन्न उच्च न्यायालयों में दायर सभी याचिकाओं अंतिम आदेश के लिए कर्नाटक उच्च न्यायालय को स्थानांतरित की गई हैं।
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