नई दिल्ली। विविध कारोबारी समूह ITC लिमिटेड का चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही का एकल शुद्ध लाभ 5.59 प्रतिशत बढ़कर 2,639.84 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। खर्चों में कमी से आईटीसी का मुनाफा बढ़ा है। हालांकि, सिगरेट पर ऊंचे टैक्स की वजह से कंपनी का कारोबार प्रभावित हुआ है। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी ने 2,500.03 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था।
शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय घटकर 10,258.13 करोड़ रुपए रह गई, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 14,091.96 करोड़ रुपए रही थी। कंपनी ने कहा कि एक जुलाई से माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के क्रियान्वयन की वजह से उसकी कुल परिचालन आय की तुलना पिछले वर्ष की समान तिमाही की आय से नहीं की जा सकती। तिमाही के दौरान कंपनी का सिगरेट कारोबार ऊंचे टैक्स की वजह से प्रभावित हुआ। यह 46.56 प्रतिशत घटकर 4554.21 करोड़ रुपए रह गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 8,528.47 करोड़ रुपए था।
आईटीसी ने कहा कि तिमाही के दौरान वैध सिगरेट उद्योग पर जीएसटी व्यवस्था में टैक्स का प्रभाव की वजह से दबाव काफी बढ़ गया। इसके अलावा जीएसटी लागू होने के बाद लागत बढ़ने से भी सिगरेट कारोबार प्रभावित हुआ। तिमाही के दौरान कंपनी का कुल खर्च 6,313.84 करोड़ रुपए रहा, जो एक वर्ष पहले इसी तिमाही में 10,265.74 करोड़ रुपए रहा था।
तिमाही के दौरान एफएमसीजी कारोबार से कंपनी की कुल आय 7,358.32 करोड़ रुपए रही, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 11,200.13 करोड़ रुपए रही थी। इस दौरान होटल कारोबार की आमदनी 300.18 करोड़ रुपए रही, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 297.34 करोड़ रुपए रही थी। कृषि कारोबार की आय 1,880.06 करोड़ रुपए से बढ़कर 1,967.98 करोड़ रुपए हो गई। वहीं पेपरबोर्ड, कागज तथा पैकेजिंग कारोबार की आमदनी 1,331.41 करोड़ रुपए से घटकर 1,309.41 करोड़ रुपए रह गई।