नई दिल्ली। विविध क्षेत्रों में कारोबार करने वाली कंपनी ITC ने शेयरधारकों का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर एडवाइजरी सर्वसिेज (IiAS) के खिलाफ कोलकाता उच्च न्यायालय में मानहानि का एक हजार करोड़ रुपये का मुकदमा दायर किया। ITC ने पिछले महीने दायर किये इस मुकदमे में बताया है कि IiAS ने उसके एवं उसके निदेशकों के खिलाफ अपमानजनक बयान दिया है।
ITC ने कहा कि IiAS ने अपनी वेबसाइट पर उसकी वार्षकि आम बैठक से पहले जुलाई 2017 में दो रिपोर्टें प्रकाशित की थीं जो गलत, अपमानजनक और भ्रामक थीं। उसने अदालत से दरख्वास्त किया है कि IiAS के खिलाफ एक हजार करोड़ रुपये का जुर्माना लगाने के अलावा उसे बिना शर्त माफी मांगने को भी कहा जाए। संपर्क किये जाने पर ITC के प्रवक्ता ने कहा, हम इसपर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते हैं क्योंकि यह मामला अभी अदालत के विचाराधीन है।
आईआईएएस ने सवालों का अभी कोई जबाव नहीं दिया है। उल्लेखनीय है कि IiAS ने ITC के शेयरधारकों को सलाह देते हुए दो लेख प्रकाशित किया था। उन लेखों में शेयरधारकों को सलाह दिया गया था कि वह कंपनी के चेयरपर्सन वाईसी देवेश्वर को गैरकार्यकारी निदेशक पद के लिए एक करोड़ रुपये मासिक वेतन देने की कंपनी की योजना के खिलाफ वोट करें।